इंदौर के मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत धंसी, हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मंदिर में बृहस्पतिवार को रामनवमी के मौके पर आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से कम से कम 25 लोग उसमें गिर गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बावड़ी में गिरने वालों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं तथा इस हादसे में कुछ लोगों के मारे जाने की भी आशंका है।
अधिकारियों के मुताबिक, पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे के बाद अब तक 19 लोगों को बचाकर एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है, जिनमें से दो लोगों को जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी।
बावड़ी की छत धंसने की खबर आने के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई, जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे।
पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी मौके पर एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची थी।
लोहे की जाली पर स्लैब डालकर किया था निर्माण
मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे तभी हादसा हुआ। निगम अफसरों के मुताबिक 40 फीट गहरी है बावड़ी, उस पर लोहे की जाली थी। एक कमरे के बराबर चौड़ाई है बावड़ी की। लोहे की जाली पर स्लैब डालकर निर्माण किया गया। हवन के दौरान बावड़ी की छत पर ज्यादा लोगो के होने से जाली टूटी और हादसा हुआ। बावड़ी की जानकारी निगम के अफसरों को नहीं थी। हादसे के बाद अफसरों को पता चला कि यहां बावड़ी है। भोपाल में वरिष्ठ अफसर, मुख्यमंत्री को भी दे रहे जानकारी। कलेक्टर बोले अभी हमे काम करने दे रेस्क्यू चल रहा। बाद में जानकारी देंगे। कलेक्टर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तीन बार फोन पर जानकारी ली