
CG School board Exam: छत्तीसगढ़ में 14 साल बाद 5वीं और 8वीं की केन्द्रीकृत परीक्षा का आयोजन हो रहा है। यह परीक्षा 17 मार्च से प्रदेशभर में शुरू हो रही है, जिसमें 5वीं की परीक्षा 17 मार्च और 8वीं की परीक्षा 18 मार्च को आयोजित की जाएगी। खास बात यह है कि इस बार 5th 8th Exam में किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं किया जाएगा। यदि कोई विद्यार्थी परीक्षा में अनुत्तीर्ण होता है, तो उसे पूरक परीक्षा का अवसर मिलेगा। यदि पूरक परीक्षा में भी कोई छात्र या छात्रा फेल हो जाता है तो भी उसे कक्षोन्नति देकर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।
पूरक परीक्षा और कक्षोन्नति का प्रावधान
Exam Opportunities: परीक्षा के बाद, उन विद्यार्थियों के लिए पूरक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जो वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाते हैं। यह पूरक परीक्षा 1 जून को आयोजित की जाएगी। यदि कोई विद्यार्थी पूरक परीक्षा में भी अनुत्तीर्ण होता है, तो भी उसे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें विषय शिक्षक उन्हें तैयारी कराएंगे।
निजी स्कूलों का विरोध, छत्तीसगढ़ बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों के बच्चे होंगे शामिल
इस बार केन्द्रीकृत परीक्षा में केवल छत्तीसगढ़ बोर्ड से मान्यता प्राप्त 30% निजी स्कूलों के विद्यार्थी ही शामिल होंगे। बाकी 70% निजी स्कूलों ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद परीक्षा में भाग लेने से मना कर दिया है और वे अपनी ओर से 5वीं और 8वीं की परीक्षा लेंगे। इसके बावजूद, राज्य सरकार ने इस परीक्षा को सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी की है।
कक्षा 5वीं और 8वीं में अब विद्यार्थी हो सकते हैं फेल
CG Board Exams 2025: हाल ही में केंद्र सरकार ने शिक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसके तहत अब कक्षा 5वीं और 8वीं में भी विद्यार्थियों को फेल किया जा सकता है। यह निर्णय शिक्षा के स्तर को सुधारने के उद्देश्य से लिया गया है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर तरीके से सीखने और परफॉर्म करने का मौका मिलेगा।
नो डिटेंशन पॉलिसी समाप्त
पहले तक कक्षा 8वीं तक बच्चों को फेल नहीं करने का प्रावधान था, जिसे अब हटा दिया गया है। अब से कक्षा 5वीं और 8वीं में भी विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट या फेल किया जा सकता है।
फेल होने पर क्या होगा?
यदि कोई विद्यार्थी 5वीं या 8वीं की वार्षिक परीक्षा में फेल होता है, तो उसे अगले दो महीने के भीतर एक और अवसर दिया जाएगा। इस दौरान वह पुनः परीक्षा देने का मौका पाएगा।
शिक्षा मंत्रालय का उद्देश्य
Ministry Of Education: शिक्षा मंत्रालय का उद्देश्य है कि इस बदलाव के जरिए बच्चों को शिक्षा के प्रति गंभीर बनाने और बेहतर परिणाम सुनिश्चित करने का मौका मिले। यह कदम शिक्षा के स्तर को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में लागू
यह नया नियम छत्तीसगढ़ में भी लागू होगा। छत्तीसगढ़ बोर्ड ने कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा की डेटशीट 2025 जारी कर दी है। कक्षा 5वीं की परीक्षा 17 मार्च से और 8वीं की परीक्षा 18 मार्च से शुरू होगी।
परीक्षा की तैयारी पूरी, निरीक्षण की व्यवस्था भी कड़ी
केन्द्रीकृत परीक्षा के लिए सभी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के दौरान नकल पर कड़ी नजर रखने के लिए उड़नदस्तों द्वारा स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा। जिला और विकासखंड स्तर पर समन्वयक को यह निर्देश दिया गया है कि वे रोजाना कम से कम तीन स्कूलों का निरीक्षण करें। परीक्षा के लिए सभी गोपनीय सामग्री भी समय पर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाई जा चुकी हैं।
परीक्षा और मूल्यांकन प्रक्रिया
परीक्षा के दौरान 5वीं के विद्यार्थियों के लिए कुल 50 प्रश्न होंगे, जिसमें 40 अंक लिखित परीक्षा के और 10 अंक प्रायोजना कार्य के होंगे। वहीं 8वीं की परीक्षा में कुल अंक 100 होंगे, जिसमें 80 अंक लिखित परीक्षा के और 20 अंक प्रायोजना कार्य के होंगे। परीक्षा के बाद 30 मार्च से मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू होगी, और परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल तक घोषित किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों के लिए यह परीक्षा एक बड़ी चुनौती
यह परीक्षा प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है, क्योंकि इससे पहले आरटीई के तहत बच्चों का प्रमोशन आकलन के आधार पर होता था। अब केन्द्रीकृत परीक्षा के जरिए सरकार ने एक नई दिशा दिखाई है, लेकिन निजी स्कूलों की असहमति के बावजूद यह परीक्षा छत्तीसगढ़ के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ी है।