राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर में एन पी एस कर्मचारियों ने दिया महाधरना, जमकर हुई नारेबाजी किया जंगी प्रदर्शन
रायपुर। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के बैनर में बुढा तालाब रायपुर में हजारो एन पी एस कर्मचारियों ने विशाल धरना देकर नारेबाजी के साथ रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। धरना व रैली में विशेष रुप से बी पी सिंह रावत राष्ट्रीय अध्यक्ष, सम्पत स्वामी राष्ट्रीय सलाहकार , गुल जुबेर डेंग प्रदेश अध्यक्ष जम्मू कश्मीर, तेलंगाना के प्रदेश अध्यक्ष डॉ पुरुषोत्तम, बिहार प्रदेश अध्यक्ष शोभनाथ यादव जी ने धरना को सम्बोधित करते हुए सरकार से पुरानी पेंशन बहाली का मांग किया।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजकगण संजय शर्मा, देवनाथ साहू ,डॉ भूषण चन्द्राकर , शैलेन्द्र पारीक दिनेश कुमार साहू ,आर डी साहू ,मनोज कुमार टण्डन,नारद राम बघेल,महेश साहू, रवि साहू, टिकेश्वर9 गहिवारे, शिवकांत शेखर साव, शेखर ठाकुर, नेतराम , कोमल साहू,लीलाराम कुर्रे, संजय साहू, रुखमनी रमन, खेलावन राम डॉन्डे ,लेखन नगारची,गोविंद साहू , प्रमोद सिन्हा, अशोक साहू ने संयुक्त रूप से बताया है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जनघोषणा पत्र में एनपीएस के स्थान पर 2004 के पूर्व लागू पुरानी पेंशन पर कार्यवाही करने का वादा किया है, किन्तु अब तक कोई भी कार्यवाही नही की गई है, लगातार माँग के बाद कार्यवाही नही किये जाने के कारण 13 मार्च को रायपुर में रैली में हजारो कर्मचारियो ने निकालकर विशाल धरना देकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया गया।
धरना व रैली को राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह जी रावत द्वारा संबोधित करते हुए शीघ्र ही पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग सरकार से की, तथा मांग पूरा नही होने पर देश भर के एनपीएस कर्मचारी रायपुर व दिल्ली में परिणाम मूलक आंदोलन करेंगे। जिला संयोजक डॉ भूषण चन्द्राकर,ब्लाक सयोजक दिनेश कुमार साहू ने कहा है कि “जब एक देश एक विधान तो पुरानी पेंशन क्यों असमान” है, उन्होंने कहा है कि 13 मार्च को प्रदेश के सभी विभाग के एन पी एस कर्मचारी रैली में शामिल हुए है। सेवानिवृत हुए एन पी एस कर्मचारी को मिलने वाले आंशिक पेंशन से दो वक्त का भोजन तो दूर दवाई के लिए तरसना पड़ रहा है। 50 हजार रुपये वेतन पाने वाले कर्मचारी को 5 सौ रुपये पेंशन देना, राहत तो नही बल्कि तकलीफ को बढ़ाना ही है, एनपीएस पेंशन के नाम पर केवल छल है।