Dhamtari Sushasan Tihar Bee Attack: धमतरी के सुशासन शिविर में पेड़ पर लगा था पोंगा, अचानक मधुमक्खियों ने कर दिया हमला, मच गई भगदड़, अफसर-कर्मचारी तक भागे

Dhamtari Sushasan Tihar Bee Attack: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक सुशासन तिहार के अंतर्गत शिविर के दौरान अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। घटना मगरलोड ब्लॉक के मोहेरा गांव की है, जहां मंगलवार को आयोजित शिविर में ग्रामीण, अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद थे। लेकिन कार्यक्रम के बीच अचानक ऐसा कुछ हुआ कि सबको जान बचाकर भागना पड़ा।
पेड़ पर लगे पोंगा से जाग गई मधुमक्खियां
मोहेरा गांव के जिस मैदान में सुशासन शिविर आयोजित किया गया था, वहां आवाज को दूर तक पहुंचाने के लिए माइक का पोंगा एक पेड़ पर टांग दिया गया था। अब संयोग ऐसा था कि उसी पेड़ पर मधुमक्खियों का छत्ता भी था। जैसे ही शिविर शुरू हुआ और माइक से तेज आवाज निकली, मधुमक्खियां भड़क गईं।

उड़ते हुए मधुमक्खियों ने सीधे कार्यक्रम में मौजूद लोगों पर हमला बोल दिया। अचानक हुए इस हमले से बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ ने टेंट के कपड़े में छिपकर खुद को बचाया तो कुछ जमीन पर लेट गए।
समय से पहले रोकना पड़ा कार्यक्रम
मधुमक्खियों के हमले के बाद पूरे शिविर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। ग्रामीणों के साथ-साथ सरकारी अधिकारी और कर्मचारी भी खुद को बचाने के लिए भागते नजर आए। हालात इतने बिगड़े कि कार्यक्रम को तय समय से पहले ही समाप्त करना पड़ा।
हालांकि राहत की बात ये रही कि किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं मिली है। दो ग्रामीणों को मधुमक्खियों ने सीधे निशाना बनाया, लेकिन उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
सवाल भी खड़े, लापरवाही किसकी?
इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों और सतर्कता पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं। जिस पेड़ पर मधुमक्खियों का छत्ता था, उस पर माइक टांगना क्या एक लापरवाही नहीं थी? सुशासन शिविर, जहां लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने और समाधान का भरोसा देने का दावा किया जाता है, वहां सुरक्षा की ऐसी चूक क्या शोभा देती है?

इस घटना के बाद गांव में चर्चा का बाजार गर्म है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार तो सुनने आई थी, लेकिन सबसे पहले मधुमक्खियां सुन गईं। ऐसे में सुशासन का शिविर अव्यवस्था का उदाहरण बनकर रह गया।