कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों ने किया रिहा; बिना शर्त रिहा या मानी गई कोई शर्त…..
बीजापुर। कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। उन्हें 3 अप्रैल को बीजापुर में हुई मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने अगवा कर लिया था। सैकड़ों ग्रामीणों के सामने नक्सलियों ने सीआरपीएफ के जवान को रिहा किया गया है। पद्मश्री धर्मपाल सैनी की उपस्थिति में बिना किसी शर्त के नक्सलियों ने जवान को बिना नुकसान पहुंचाए छोड़ा है।
यहां से रिहा होने के बाद अब जवान सीआरपीएप कैंप में पहुंच गया है। नक्सलियों के कब्जे से 6 दिन रहने के बाद कोबरा जवान राकेश्वर मनहास को रिहा किया गया। सरकार द्वारा गठित दो सदस्यीय मध्यस्ता टीम के सदस्य पद्मश्री धर्मपाल सैनी, गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया समेत सैकड़ो ग्रामीणों की मौजूदगी में नक्सलियों ने जवान को रिहा किया।रिहाई के बाद मध्यस्थता करने गई टीम जवान को लेकर बासागुड़ा लौट रही है।
कमांडो के दोपहर बाद करीब 4 बजे नक्सलियों ने छोड़ दिया और अब वह उस सीआरपीएफ कैंप पहुंच गए हैं जहां से वह 3 अप्रैल को ऐंटी-नक्सल ऑपरेशन के लिए निकले थे। कैंप पर उनके साथियों ने किसी हीरो की तरह उनका स्वागत किया। रामेश्वर सिंह के आजाद होने की खबर के बाद जम्मू में उनके घर पर जश्न का माहौल है।
बिना शर्त रिहाई या नक्सलियों की कोई मांग मानी गई, अभी नहीं पता
अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इसके बदले सरकार ने उनकी कोई मांग पूरी की है या नहीं। सरकार द्वारा गठित दो सदस्यीय मध्यस्ता टीम के सदस्य पद्मश्री धर्मपाल सैनी,गोंडवाना समाज के अध्यक्ष तेलम बोरैया समेत सैकड़ो ग्रामीणों की मौजूदगी में नक्सलियों ने जवान को किया रिहा।