ED Raid in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में ईडी की बड़ी छापेमार कार्रवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक बड़ा कदम उठाया है। ईडी की टीम ने क्रिप्टो करेंसी घोटाले से जुड़े गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
इस छापेमारी का केंद्र क्रिप्टो करेंसी घोटाले से जुड़ी गतिविधियां हैं, जिसमें मेहता पर भोले-भाले लोगों को बिटकॉइन में निवेश के नाम पर ठगने का आरोप है। बताया जा रहा है कि 2017 में मेहता और उनके साथियों ने बिटकॉइन के माध्यम से 6,600 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की थी। इसके तहत 10% मासिक रिटर्न का वादा किया गया था, जो कि पूरी तरह से झूठा निकला।
मनी लॉन्ड्रिंग और राजनैतिक जुड़ाव
ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि यह मामला केवल आर्थिक अपराध तक सीमित नहीं है। भाजपा ने एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले पर चुनावों में अवैध रूप से बिटकॉइन के उपयोग का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं ने एक रिकॉर्डिंग का दावा किया है जिसमें कथित तौर पर सुप्रिया सुले की आवाज शामिल है। हालाँकि, सुले ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
अन्य राज्यों में एफआईआर दर्ज
मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि महाराष्ट्र और दिल्ली में भी एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस और ईडी की टीमें मिलकर इस घोटाले की परतें खोलने में जुटी हैं।
ईडी की अगली कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, ईडी अब मेहता और उनके सहयोगियों की संपत्तियों का पता लगा रही है। उनके द्वारा खरीदी गई संपत्तियों और बैंक खातों की जांच तेज कर दी गई है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि इन फंड्स का उपयोग कहां-कहां और कैसे किया गया है।