छत्तीसगढ़

Ambedkar Hospital में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड का संयुक्त मॉक ड्रिल प्रदर्शन

आपदा प्रबंधन में समन्वय का जीवंत उदाहरण

रायपुर, 19 दिसंबर। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में आज एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और जिला अग्निशमन विभाग की टीमों ने संयुक्त रूप से फायर एंड रेस्क्यू मॉक ड्रिल का प्रदर्शन किया। यह अभ्यास आग लगने जैसी आपात परिस्थितियों में राहत और बचाव कार्य को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से किया गया।

जमीनी अभ्यास का प्रदर्शन

इस मॉक ड्रिल के दौरान टीमों ने अस्पताल में आग लगने की प्रतीकात्मक घटना को दर्शाया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां सायरन बजाते हुए मौके पर पहुंचीं। पानी के प्रेशर पाइप से तीसरी मंजिल पर आग बुझाने की प्रैक्टिस की गई। एसडीआरएफ की टीम ने अस्पताल के अंदर प्रतीकात्मक रूप से फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। घायल व्यक्तियों को स्ट्रेचर पर लिटाकर एम्बुलेंस के जरिए अन्य अस्पतालों में भेजने का अभ्यास भी किया गया।

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फायर सेफ्टी उपकरणों का प्रदर्शन

अग्निशमन कर्मियों ने आग बुझाने के विभिन्न उपकरणों जैसे फायर एक्सटिंग्विशर, गीला रसायन, कार्बन डाइ ऑक्साइड और फोम के इस्तेमाल का तरीका बताया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि छोटी आग के लिए फर्स्ट एड फायर फाइटिंग कितनी जरूरी है।

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स्टाफ को किया गया प्रशिक्षित

मौके पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षा गार्ड और अन्य कर्मचारियों को आग लगने पर तत्काल कदम उठाने की ट्रेनिंग दी गई। उन्हें जटिल परिस्थितियों में प्राथमिक उपचार और फायर सेफ्टी उपकरणों के उपयोग के बारे में जानकारी दी गई।

समन्वय से आपदा प्रबंधन

तीनों टीमों ने आपसी तालमेल का बेहतरीन उदाहरण पेश किया। यह मॉक ड्रिल न केवल आपात स्थितियों में समय पर कार्रवाई का तरीका सिखाती है, बल्कि आपदा के प्रभाव को कम करने में भी मददगार साबित होती है।

जागरूकता और सतर्कता पर जोर

अभ्यास के दौरान फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ के अधिकारियों ने आम जनता को भी यह संदेश दिया कि आपदाओं से निपटने के लिए सतर्क रहना और सही जानकारी रखना बेहद जरूरी है।

यह मॉक ड्रिल दिखाता है कि आपदा प्रबंधन में समन्वय और त्वरित कार्रवाई ही जान-माल की हानि को कम करने की कुंजी है।

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