छत्तीसगढ़ में साय सरकार का कैबिनेट विस्तार फिर टला, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने बताई ये वजह
Chhattisgarh mantrimandal news: छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के कैबिनेट विस्तार को एक बार फिर से टाल दिया गया है। पहले इस विस्तार की अटकलें 12 जनवरी को लगाई जा रही थीं, लेकिन निकाय चुनावों को ध्यान में रखते हुए इस प्रक्रिया को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
पंचायत चुनाव को प्राथमिकता, बीजेपी का फोकस
बीजेपी के प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि फिलहाल राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी प्राथमिकता पर है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री का सपना है कि पंचायत से पार्लियामेंट तक भगवा लहराया जाए।” विधानसभा और लोकसभा में पार्टी की शानदार जीत के बाद अब पंचायत चुनावों में भी पार्टी कार्यकर्ताओं को नेतृत्वकर्ता बनाने का मौका है।
असंतोष टालने की रणनीति
सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट विस्तार टालने के पीछे असंतोष की संभावना एक बड़ा कारण है। 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा में नियमों के तहत मुख्यमंत्री समेत कुल 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री सहित 11 मंत्री ही सरकार में हैं, जिससे तीन और मंत्री बनाए जा सकते हैं। हालांकि, कई नेता मंत्री बनने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। ऐसे में अगर किसी को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलती तो असंतोष की स्थिति पैदा हो सकती थी, जो निकाय चुनावों में पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता था। इसी स्थिति से बचने के लिए विस्तार को फिलहाल टाल दिया गया है।
किन नेताओं के नाम हैं चर्चा में?
मंत्री बनने की चर्चा में कई दिग्गज नेताओं के नाम सामने आए हैं। बिलासपुर से अमर अग्रवाल, दुर्ग से गजेंद्र यादव, रायपुर से राजेश मूणत व अजय चंद्राकर और बस्तर से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव का नाम प्रमुखता से उभरकर आया है।
साय मंत्रिमंडल में वर्तमान में सबसे ज्यादा मंत्री सरगुजा संभाग से हैं। रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग से केवल एक-एक मंत्री ही शामिल हैं। इस असंतुलन को सुधारने के लिए रायपुर से राजेश मूणत और अजय चंद्राकर, बस्तर से प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और दुर्ग से गजेंद्र यादव के नाम चर्चा में थे। वहीं, बिलासपुर से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल का नाम भी संभावित सूची में शामिल रहा।
नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां तेज
बीजेपी ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के लिए अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने बताया कि इस काम के लिए भूपेंद्र सवन्नी और सौरभ सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, संभाग, जिला और ब्लॉक स्तर पर अलग-अलग समितियां गठित की जाएंगी। बीजेपी की कोशिश है कि हर स्तर पर मजबूत टीम बनाकर पंचायत से लेकर नगरीय निकाय चुनाव तक पार्टी की स्थिति को और मजबूत किया जाए।
पार्टी की प्राथमिकता – पंचायत से पार्लियामेंट तक भगवा लहराना
बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल पार्टी की पूरी ऊर्जा निकाय और पंचायत चुनावों पर केंद्रित है। प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि यह पार्टी के लिए पंचायत से पार्लियामेंट तक भगवा लहराने का सबसे सुनहरा मौका है। इसके लिए कार्यकर्ताओं को मजबूत नेतृत्व देना और संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करना पार्टी की प्राथमिकता है।