CG पंचायत और निकाय चुनाव: क्या होगा इस्तेमाल? बैलेट पेपर या ईवीएम ? जानिए सरकार का नोटिफिकेशन
रायपुर: CG Panchayat and Municipal Election 2025: छत्तीसगढ़ में चुनावी प्रक्रिया को लेकर इस बार कुछ खास बदलाव किए गए हैं, क्या इस बार भी बैलेट पेपर का चलन जारी रहेगा, या ईवीएम से चुनाव कराए जाएंगे? इस सवाल का जवाब राज्य सरकार की ताजा अधिसूचना में छिपा है।
(CG Panchayat and Municipal Elections Ballot paper or EVM) छत्तीसगढ़ में इस बार नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम के जरिए होंगे, जबकि पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएंगे। इस संबंध में राज्य सरकार ने बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी है। राजपत्र में संशोधित प्रावधानों को लागू करते हुए ईवीएम से वोटिंग की व्यवस्था की गई है।
राज्य में पिछली बार नगरीय निकाय चुनाव बैलेट पेपर से हुए थे, लेकिन इस बार इस व्यवस्था को बदलते हुए ईवीएम का प्रावधान जोड़ा गया है। वहीं, पंचायत चुनावों के लिए बैलेट पेपर की प्रक्रिया को बरकरार रखा गया है। साथ ही, नगर निगम महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए आरक्षण से जुड़ी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
पंचायत और निकाय चुनाव की घोषणा एक साथ, मतदान अलग-अलग
सरकार ने स्पष्ट किया है कि निकाय और पंचायत चुनावों की घोषणा एक साथ की जाएगी, लेकिन मतदान अलग-अलग तारीखों पर होगा। इसके साथ ही, चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी गाइडलाइंस को अधिसूचना में शामिल किया गया है।
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
डिप्टी सीएम अरुण साव ने हाल ही में बयान दिया था कि इस बार निकाय चुनाव बैलेट पेपर से होंगे। उन्होंने कहा था कि बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव संपन्न हो जाएंगे। हालांकि, नई अधिसूचना के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि निकाय चुनाव ईवीएम से होंगे। वहीं, राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तैयारियों को तेज कर दिया है।
2018 में बैलेट पेपर से हुए थे चुनाव
कांग्रेस सरकार ने 2018 में सत्ता में आने के बाद नगरीय निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराए थे। उस समय महापौर का चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके से कराया गया था। लेकिन इस बार बीजेपी सरकार ने इस फैसले को पलटते हुए महापौर का चुनाव सीधे जनता द्वारा कराने का निर्णय लिया है।
18 जनवरी को जारी होगी अंतिम वोटर लिस्ट
चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए 18 जनवरी को अंतिम वोटर लिस्ट प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद कभी भी आचार संहिता लागू की जा सकती है। संभावना है कि 18 जनवरी के बाद चुनावी प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी।
नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से, पंचायत चुनावों के लिए बैलेट पेपर
राज्य सरकार के इस फैसले से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और आधुनिकता आने की उम्मीद है। जहां ईवीएम के जरिए नगरीय निकाय चुनाव होंगे, वहीं पंचायत स्तर पर बैलेट पेपर का इस्तेमाल जारी रहेगा। इससे प्रदेश की जनता को चुनाव प्रक्रिया में दोनों ही तकनीकों का अनुभव मिलेगा।