Deputy Ranger Kanker Forest: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भालू के हमले से एक पिता और बेटे की जान चली गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जब वन विभाग की टीम मृतकों के शव लेने जंगल पहुंची, तो भालू ने फिर से हमला कर दिया। इस हमले में डिप्टी रेंजर नारायण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए, और उनका इलाज रायपुर में चल रहा है। इस दौरान डिप्टी रेंजर पर हुए हमले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें भालू उन्हें दबोचकर नोचते हुए दिखाई दे रहा है।
यह घटना भानुप्रतापपुर क्षेत्र के डोंगरकट्टा गांव के पास जंगल में हुई। तीन ग्रामीण लकड़ी लेने जंगल गए थे, तभी अचानक भालू ने उन पर हमला कर दिया। भालू की आक्रामकता के कारण शव को जंगल से निकालने में कई घंटे लग गए। वन विभाग ने गांव के आसपास पिंजरे लगाकर रातभर ड्रोन से निगरानी की और भालू को रेस्क्यू कर लिया।
डिप्टी रेंजर पर भालू के हमले का वीडियो देखें–
वन विभाग की टीम ने घंटों के इंतजार के बाद पिता-पुत्र के शव को जंगल से निकाला। शवों की हालत बेहद खराब थी, और पोस्टमॉर्टम के बाद इन्हें परिजनों को सौंपा जाएगा। घटना की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने आसपास के लोगों को गांव से बाहर जाने की सलाह दी थी और घरों के बाहर आग जलाने की व्यवस्था की थी।
डिप्टी रेंजर नारायण यादव के इलाज के बारे में डॉक्टर्स ने बताया कि उनके सिर और कंधे में गंभीर चोटें आई हैं, और उनकी हालत नाजुक है। वहीं, पहले भालू के हमले का शिकार बने युवक अज्जू कुमार (20) को भी गंभीर चोटें आई हैं, और उनका इलाज कांकेर जिला अस्पताल में चल रहा है।
घटना के अनुसार, शनिवार सुबह 11 बजे भालू ने अज्जू कोरेटी पर हमला किया। इस दौरान, शंकर दर्रो और उनके बेटे सुकलाल दर्रो ने युवक को बचाने की कोशिश की, लेकिन भालू ने उन पर भी हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
वन विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि भालू के आक्रामक व्यवहार के पीछे उसका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ना हो सकता है, और इसमें रेबीज होने की संभावना जताई जा रही है।