मनोरंजन

तांडव वेब सीरिज को लेकर ट्विटर पर “तांडव”, हिन्दू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिपण्णी को लेकर बवाल

निर्देशक अली अब्बास जफर की नई वेब सीरीज ‘तांडव’ 15 जनवरी को रिलीज हो गई है। यह वेब सीरीज पर रिलीज के साथ ही विवादों में घिर गई है। इस वेब सीरीज के एक सीन को लेकर सोशल मीडिया पर एक समूह बन गया है जो इसे पसंद नहीं कर रहा है। इस वेब सीरीज में एक दृश्य है जिसमें अभिनेता जीशान अय्युब एक हास्य नाटक के दौरान सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर रहे हैं। जिसे लोग खासा पसंद नहीं कर रहे हैं।

सैफ अली खान की वेब सीरीज तांडव को लेकर सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज करवाया जा रहा है। आरोप है कि इस सीरीज में भगवान भोलेनाथ और श्रीराम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। लोगों को इस सीरीज के डॉयलॉग और सीन को लेकर आपत्ति है। वेब सीरीज के पहले एपिसोड में ऐक्टर जीशान अय्यूब विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में भगवान शिव के वेश में दिखाई दे रहे हैं।

ये वेब सीरीज छात्र आंदोलनों की बात करती है। किसानों से जमीन छीने जाने की सियासी साजिशों की बात करती है। इसके साथ साथ ये सीरीज वामपंथ और दक्षिणपंथ के तमाम भेद खोलने की कोशिश भी करती दिखती है। सीरीज पूरी देखने के बाद लोग इसमें सैफ अली खान और डिंपल कपाड़िया के किरदारों की गालियों पर मुंह बना रहे हैं। तो वहीं कुछ लोगों को आपत्ति जीशान अय्युब के एक दृश्य पर भी है।

जिस दृश्य को लेकर बवाल मचा है, उसमें दिखाया गया है कि जवाहर लाल यूनीवर्सिटी जैसी दिखती विवेकानंद यूनीवर्सिटी में वामपंथी छात्रों और दक्षिणपंथी छात्रों के गुटों की राजनीति शुरू हो रही है। दृश्य में नारद बना कलाकार दक्षिणपंथी नेता को श्रीराम से जोड़ते हुए उसके फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर बढ़ने की बात करता है तो जीशान का किरदार कहता हैं, ‘क्या करूं मैं तस्वीर बदल दूं क्या?’ यह दृश्य पूरा नहीं हो पाता है क्योंकि नाटक के दौरान पीसीआर में बैठे एक मुस्लिम छात्र नेता को इसी बीच पुलिस उठा ले जाती है और शिवा उसे बचाने के लिए थाने में छात्रों की पूरी फौज लेकर पहुंच जाता है।

श्रीराम पर की गई टिप्पणी

वेब सीरीज में अभिनेता जीशान अय्यूब विश्वविद्यालय के छात्रों से कहते हैं कि आखिर आपको किससे आजादी चाहिए? तभी नारद के वेष में मंच संचालन कर रहा संचालक कहता है कि ‘नारायण-नारायण। प्रभु कुछ कीजिए। रामजी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें भी इस संबंध में कुछ रणनीति बना ही लेनी चाहिए।’ जीशान अय्यूब इसके बाद कहते हैं, ‘क्या करूं मैं तस्वीर बदल दूं क्या?’ इसके बाद मंच संचालक भोलेनाथ को लेकर कहता है कि, भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button