
रायपुर: CG Vidhansabha Session 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान उद्यानिकी और वानिकी महाविद्यालयों में अकादमिक और रिसर्च के मुद्दे पर सवालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। विधायक अजय चंद्राकर ने मंत्री केदार कश्यप से कई सवाल पूछे, जिनका मंत्री के पास न तो सटीक और न ही संतोषजनक जवाब था। चंद्राकर ने पहले ही कह दिया था कि वह छोटे-छोटे सवाल पूछेंगे, लेकिन इन छोटे सवालों का भी मंत्री के पास तार्किक जवाब नहीं था, जिससे मंत्री की मुश्किलें बढ़ गईं।
मंत्री के जवाब पर उठे सवाल
अजय चंद्राकर ने सबसे पहले मंत्री से पूछा कि क्या छत्तीसगढ़ के 15 कालेजों में रिसर्च हो रहा है, या ये महज नाम के लिए हैं। इस पर मंत्री केदार कश्यप ने स्वीकार किया कि इन कालेजों में सिर्फ शैक्षिक गतिविधियाँ चल रही हैं, लेकिन रिसर्च का काम नहीं हो रहा है। चंद्राकर ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और विभागीय अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब मुझे पहले जवाब दिया गया था, तब रिक्त पदों की संख्या 623 बताई गई थी, लेकिन अब इतनी तेजी से भर्ती कैसे हो गई?”
मंत्री कश्यप का जवाब कमजोर पड़ा
चंद्राकर के इस सवाल पर मंत्री केदार कश्यप कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए और कहा कि उन्हें आज ही इस मामले की जानकारी मिली है। चंद्राकर ने फिर सवाल किया कि क्या सदन में जवाब देते वक्त विभाग ने भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी थी? मंत्री इस सवाल पर भी कोई संतोषजनक जवाब देने में असमर्थ रहे, जिससे उनकी किरकिरी हो गई।
किशोरी लाल शुक्ला उद्यानिकी अनुसंधान केंद्र पर भी सवाल
चंद्राकर ने राजनादगांव में स्थित किशोरी लाल शुक्ला उद्यानिकी एवं अनुसंधान केंद्र का जिक्र करते हुए मंत्री से पूछा कि क्या वहां रिसर्च हो रहा है, या यह केंद्र सिर्फ नाम के लिए है। इस सवाल पर मंत्री केदार कश्यप ने साफ तौर पर कहा कि वर्तमान में इस केंद्र में कोई रिसर्च नहीं हो रहा है, बल्कि यह केवल शैक्षिक कार्यों के लिए संचालित हो रहा है।
पिछली सरकार पर निशाना
मंत्री केदार कश्यप ने सदन में यह भी कहा कि पिछली सरकार ने कालेज तो खोले थे, लेकिन शैक्षिक और प्रशासनिक ढांचे की कोई ठोस योजना नहीं बनाई थी। अब उनकी सरकार इस व्यवस्था को सुधारने के लिए काम कर रही है और इसके तहत 181 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है।
धरमलाल कौशिक ने भी उठाए सवाल
इस दौरान विधायक धरमलाल कौशिक ने भी भर्ती प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए और पूछा कि भर्ती प्रक्रिया कब शुरू होगी और नियुक्तियां कब तक हो जाएंगी? इस पर मंत्री कश्यप ने कहा कि सरकार इसे जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास कर रही है, लेकिन यह बताना संभव नहीं है कि प्रक्रिया कब तक पूरी होगी।
जवाबदेही की अहमियत
इस सत्र में साबित कर दिया कि सदन में जिम्मेदार मंत्रियों और अफसरों को सटीक जानकारी देना कितना महत्वपूर्ण है। अजय चंद्राकर के सवालों ने विभाग की कार्यप्रणाली और मंत्री के जवाबदेही को चुनौती दी, जिससे सरकार को मजबूर होकर जवाब देना पड़ा। यह मुद्दा भविष्य में और भी गहरे राजनीतिक बवाल का रूप ले सकता है।