धमतरी। 26 मार्च को प्रार्थिया काजल भट्ट पिता किशोर भट्ट निवासी हाल-साईं मंदिर के पास धमतरी थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 25/03/2021 की रात्रि में खाना खाकर सो गई। सुबह उठकर देखी तो उसके किचन की खिड़की का कांच टूटा हुआ था, घर अंदर सामान चेक करने पर उसका एक poco m2 pro कंपनी का एंड्राइड मोबाइल व अलमारी में रखे नकदी रकम नहीं था। जिसे कोई अज्ञात चोर दिनांक 25-26/03/2021 की दरमियानी रात्रि चोरी कर ले गया। उक्त रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 152/21 धारा 457, 380 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री बी.पी. राजभानू द्वारा चोरी गए मोबाइल एवं अज्ञात आरोपी की पता तलाश कर त्वरित वैधानिक कार्यवाही करने थाना प्रभारी कोतवाली को निर्देशित किया गया। थाना प्रभारी कोतवाली नवनीत पाटिल द्वारा तत्काल अज्ञात आरोपी एवं चोरी के मोबाइल की पतासाजी हेतु स्टाफ रवाना किये। कोतवाली स्टाफ के द्वारा घटनास्थल पर उपलब्ध तकनीकी साक्ष्य व मुखबिर सूचना के आधार पर संदेही अरुण साहू को अभिरक्षा में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि दिनांक 25-26/03/2021 की रात्रि में मोहल्ले के किराए के मकान की खिड़की का कांच तोड़कर अंदर घुसकर मोबाइल व नकदी रकम चोरी किया। चोरी किये गये पैसे खाने पीने में खर्च हो जाना तथा मोबाइल को अपने परिचित दीपक साहू के पास बिक्री करना बताया। आरोपी अरुण साहू के मेमोरेंडम कथन वाह उपलब्धि साक्ष्य के आधार पर विधिवत गिरफ्तार किया गया। आरोपी की निशानदेही पर तत्काल दीपक साहू के सकुनत में दबिश देकर अभिरक्षा में लिया गया। जिसके पेश करने पर एक poco m2 pro कंपनी का एंड्राइड मोबाइल कीमती 10,000/-रुपये बरामद किया गया। चोरी का मोबाइल खरीदी-बिक्री करना पाये जाने से प्रकरण में धारा 411 भादवि जोड़ते हुए वैधानिक कार्यवाही किया गया है। दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड हेतु माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपी का नाम- 01. अरुण साहू पिता स्वर्गीय अशोक साहू उम्र 20 वर्ष साकिन साईं मंदिर के सामने गली, पोस्ट ऑफिस वार्ड धमतरी 02. दीपक साहू पिता गिरधारी लाल साहू उम्र 19 वर्ष साकिन बठेना वार्ड जेल रोड धमतरी
थाना प्रभारी कोतवाली नवनीत पाटिल के दिशा निर्देश में चंद घंटे के भीतर चोरी गये मोबाइल एवं अज्ञात आरोपी की पतासाजी में सहायक उप निरीक्षक सी.एल. मटियारा, आरक्षक राजकुमार शुक्ला, डुगेश्वर साहू, विकास द्विवेदी का विशेष योगदान रहा।