CG Political Controversy: भूपेश बघेल पर अजय चंद्राकर का तीखा हमला – “हिमाचल जाकर सिखाएं आर्थिक प्रबंधन, छत्तीसगढ़ हम देख लेंगे

रायपुर। CG Political Controversy: छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर बीजेपी ने करारा पलटवार किया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता, पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने तीखे लहजे में बघेल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, “छत्तीसगढ़ की चिंता छोड़िए, हिमाचल प्रदेश जाकर आर्थिक प्रबंधन सिखाइए।”
“हिमाचल में बताइए कैसे कर्ज लिया जाता है”
चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश की हालत यह है कि वहां सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन तक नहीं मिल पा रहा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “भूपेश बघेल जी वहां जाकर बताएं कि कैसे कर्ज लेकर सरकार चलाई जाती है। छत्तीसगढ़ की चिंता हम कर लेंगे।”
न्याय यात्रा या निजी जमीन की तलाश?
बस्तर में कांग्रेस की प्रस्तावित न्याय यात्रा को लेकर भी अजय चंद्राकर ने हमला बोला। उन्होंने कहा, “दीपक बैज को कांग्रेस समझने की ज़रूरत है। वे दारू-मुर्गा के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। चित्रकूट और बस्तर की राजनीति में खुद को ज़माने की कोशिश कर रहे हैं। ये कांग्रेस का आंदोलन है या दीपक बैज का पर्सनल इवेंट – पहले ये तय कर लें।”
“बस्तर के नाम पर सिर्फ भाषण, काम ज़ीरो”
बस्तर के मुद्दों पर कांग्रेस के रुख पर सवाल उठाते हुए चंद्राकर ने कहा, “पिछले 5 साल में कांग्रेस ने बस्तर के लिए किया ही क्या है? अगर ज़मीन किसी कॉर्पोरेट को दी गई है तो उसका नाम बताएं। कांग्रेस बताए कि वह बस्तर में उद्योग चाहती है या नहीं? आदिवासियों को मुख्यधारा में लाना चाहती है या सिर्फ वोटबैंक की राजनीति?”
कांग्रेस के पास करप्शन के अलावा कोई माडल नहीं
छत्तीसगढ़ मॉडल पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के दावे पर पलटवार करते हुए चंद्राकर बोले, “भूपेश जी अभी भी खुद को मुख्यमंत्री मान बैठे हैं। पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में छत्तीसगढ़ की तारीफ की थी। कांग्रेस के पास करप्शन के अलावा कोई मॉडल नहीं था, उसी को ये विकास मॉडल बताते रहे।”
“जातिगत जनगणना पर कांग्रेस का रवैया उलझा हुआ”
दिल्ली में कांग्रेस के OBC विधायकों की बैठक पर टिप्पणी करते हुए अजय चंद्राकर बोले, “जब सत्ता में थे, तब जातिगत जनगणना क्यों नहीं कराई? अब सिर्फ दिखावे की बैठकें हो रही हैं। कांग्रेस आज विश्वास के संकट से जूझ रही है। देश उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहा।”
पत्रकारों का सम्मान जरूरी, पारदर्शिता से ही फायदा
रायपुर में पत्रकारों से बदसलूकी के मामले पर उन्होंने कहा, “चाहे मरीज हो या मीडियाकर्मी – किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। पत्रकार सिस्टम में पारदर्शिता लाते हैं और उनकी भूमिका का सम्मान जरूरी है।”
डीएपी की कमी पर बोले – “ये वैश्विक समस्या है, राजनीति न करें”
खाद की कमी को लेकर चंद्राकर ने कहा, “डीएपी की कमी सिर्फ छत्तीसगढ़ की नहीं, पूरी दुनिया की समस्या है। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से ये संकट पैदा हुआ है। केंद्र सरकार इस पर गंभीर है, ऐसे में इसे राजनीतिक रंग देना सही नहीं है।”
अजय चंद्राकर के इन बयानों से साफ है कि बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर मोड में है। खासतौर पर भूपेश बघेल और दीपक बैज को सीधे निशाने पर लिया गया है। छत्तीसगढ़ की राजनीति में आने वाले समय में और तल्खी देखने को मिल सकती है।