
भिलाई के तालपुरी परिजात कॉलोनी में रविवार सुबह 4 बजे दुर्ग पुलिस ने छापेमारी की। लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर पुलिस ने 2000 फ्लैट्स की जांच की, जिसमें 32 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें 4 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से एक फ्लैट में साहिल कामले (22) और मेनका साहू (21) नामक दंपत्ति मिले, जो नशे की हालत में अपने हाथों को ब्लेड से काटते पाए गए। पुलिस ने हुक्का, गांजा, चाकू और चोरी की बाइक भी जब्त की। कॉलोनीवासियों ने इस कार्रवाई की सराहना की है।
पुलिस के अनुसार, परिजात कॉलोनी में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। कॉलोनी में शाम होते ही शराब, गांजा समेत कई तरह के नशे का सेवन, मारपीट और गाली-गलौज की घटनाएं बढ़ गई थीं, जिससे स्थानीय निवासी परेशान थे। एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर एएसपी अभिषेक झा के नेतृत्व में 6 टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने सुबह 4 बजे छापेमारी की।

इस कार्रवाई में एएसपी अभिषेक झा, सीएसपी सत्य प्रकाश, सीएसपी हरीश पाटिल, डीएसपी हेम प्रकाश नायक, और विभिन्न थाना प्रभारियों सहित 200 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने 32 संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें से कुछ के पास से हुक्का, गांजा, चाकू और चोरी की बाइक बरामद की गई। पुलिस सभी के खिलाफ जांच के बाद उचित कार्रवाई करेगी।
कॉलोनीवासियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि पुलिस की लगातार कार्रवाई से असामाजिक तत्वों की गतिविधियों में कमी आई है, जिससे कॉलोनी में शांति बनी हुई है।
परिजात कॉलोनी में 2000 फ्लैट हैं, जिनमें से केवल 350 का ही वेरिफिकेशन हुआ है। बाकी फ्लैट्स के निवासियों का वेरिफिकेशन नहीं होने के कारण असामाजिक तत्वों के वहां रहने की संभावना बढ़ जाती है। एएसपी अभिषेक झा ने सभी फ्लैट मालिकों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने की बात कही है।
इससे पहले भी परिजात कॉलोनी में पुलिस की छापेमारी हो चुकी है, जिसके बाद असामाजिक गतिविधियों में कमी आई थी। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से अपराधियों में हड़कंप मच गया है, और प्रशासन का कहना है कि शहर में किसी भी प्रकार की गैर-कानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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