भोरमदेव अभ्यारण्य बनेगा टाइगर रिजर्व, सांसद बृजमोहन अग्रवाल की पहल पर केंद्रीय वन मंत्री ने दिए निर्देश

रायपुर, 31 जनवरी 2025 Bhoramdev Abhyarany Taigar Rijarv: छत्तीसगढ़ का भोरमदेव अभ्यारण्य अब जल्द ही टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित होगा। यह महत्वपूर्ण कदम रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल की पहल पर उठाया गया है। उनके अनुरोध पर केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। इस आदेश के बाद अब इस प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
Saansad Brijmohan Agarwal: सांसद बृजमोहन अग्रवाल की पहल
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्रीय वन मंत्री को एक पत्र भेजकर भोरमदेव अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व बनाने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में कहा कि यह अभ्यारण्य कान्हा टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र से जुड़ा हुआ है और वन्यजीव संरक्षण के लिहाज से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण ने 28 जुलाई 2014 को इस क्षेत्र को टाइगर रिजर्व बनाने की अनुशंसा की थी, जिसे बाद में छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड द्वारा भी मंजूरी दी गई थी।
केंद्रीय वन मंत्री के निर्देशों के बाद अब भोरमदेव को टाइगर रिजर्व बनाने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह नया टाइगर रिजर्व कान्हा-अचानकमार कारीडोर का अहम हिस्सा बनेगा, जिससे बाघों के सुरक्षित आवागमन को प्रोत्साहन मिलेगा। इसके अलावा, इस क्षेत्र का विकास बारहसिंघा और अन्य दुर्लभ वन्यजीवों के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इस निर्णय से न केवल छत्तीसगढ़ की वन्यजीव संरक्षण क्षमता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह राज्य के पर्यावरणीय संसाधनों के बेहतर उपयोग का भी रास्ता खोलेगा।