
धमतरी: सिन्हा परिवार ने गाय की बछिया का जन्मदिन धूमधाम से मनाया
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के सोरिद वार्ड में बाबूलाल सिन्हा के परिवार ने गाय की बछिया का जन्मोत्सव मनाया, जो अपने आप में एक अनोखा उदाहरण था। रविवार को सिन्हा परिवार ने अपने गाय की बछिया राधिका का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया। इसके लिए परिवार ने विशेष रूप से आमंत्रण कार्ड छपवाए थे और करीब 300 मेहमानों को इस कार्यक्रम में बुलाया।
घायल गाय को दी नई जिंदगी
बाबूलाल सिन्हा ने बताया कि उन्होंने जिस गाय को जन्मदिन मनाने का खास मौका दिया, वह पहले सड़क पर घायल अवस्था में पाई गई थी। उस समय गाय बेहद कमजोर और जख्मी थी, जिसे कुत्तों ने हमला कर दिया था। बाबूलाल ने गाय को उठाकर घर लाया और उसका इलाज कराया, फिर उसे एक नई जिंदगी दी। गाय के ठीक होने के बाद उसने बछिया को जन्म दिया, जिसे परिवार ने अपने घर का सदस्य मानते हुए जन्मदिन मनाने का निर्णय लिया।

जन्मोत्सव में केक, डांस और स्वादिष्ट भोजन
गाय की बछिया राधिका के जन्मदिन पर सिन्हा परिवार ने उसी तरह की तैयारियां कीं जैसी किसी इंसान के जन्मदिन के लिए की जाती हैं। कार्यक्रम की शुरुआत सत्यनारायण कथा से हुई, उसके बाद रामायण मंडली ने अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किए। शाम को बछिया का केक काटा गया और इस दौरान मेहमानों ने न सिर्फ डांस किया, बल्कि लजीज व्यंजनों का भी लुत्फ उठाया। परिवार ने खीर-पूड़ी, बड़ा और अन्य व्यंजन तैयार किए थे, जिससे आए हुए लोग इसे एक खास अवसर मानते हुए आनंदित नजर आए।
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सिन्हा परिवार का संदेश: गाय की सेवा करें
बाबूलाल सिन्हा का मानना है कि गाय की सेवा भी इंसान की सेवा की तरह की जानी चाहिए। वह चाहते हैं कि हर व्यक्ति गाय की सेवा में योगदान दे, क्योंकि गाय को केवल एक जानवर नहीं, बल्कि परिवार का हिस्सा माना जाना चाहिए।
राधिका और लक्ष्मी: अब घर में दो बेटियां
सिन्हा परिवार के लिए गाय और उसकी बछिया दोनों ही खास हैं। बाबूलाल की पत्नी, संतोषी बाई सिन्हा ने बताया कि अब उनके घर में दो बेटियां हैं— एक उनकी अपनी बेटी और दूसरी गाय की बछिया। गाय का नाम उन्होंने लक्ष्मी रखा था, जबकि बछिया का नाम राधिका रखा गया। संतोषी बाई ने बताया कि राधिका और लक्ष्मी के लिए खास नए कपड़े और घुंघरू भी खरीदे गए थे, जिससे दोनों को सजा-संवरा गया था।
मोहल्ले में खुशी की लहर
मोहल्ले के लोग भी बछिया के जन्मदिन को लेकर खुश थे। कई लोग इस अनोखे जन्मोत्सव को देखकर हैरान थे और उन्होंने इस पहल की सराहना की। पड़ोसियों ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी बछिया का जन्मदिन मनाया जा रहा है और यह विचार बहुत ही अच्छा है। सबने मिलकर गौ माता के बछिया के जन्मदिन को यादगार बना दिया।
यह अनोखा जन्मदिन हर किसी के लिए एक प्रेरणा बन गया है
सिन्हा परिवार का यह कदम न सिर्फ गौ माता के प्रति प्रेम और सम्मान को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि जानवरों को भी उसी तरह प्यार और सम्मान मिलना चाहिए जैसे इंसानों को मिलता है।