छग कोरोना संकट से जूझ रहा है और प्रदेश सरकार असम के सियासी मेहमानों को दे रही है दारू- मुर्गा की दावत; बेरोकटोक घूम भी रहे है
बस्तर में असम से विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों को चित्रकोट के सरकारी रेस्ट हाउस में ठहराया गया है। बेफिक्री से ये सियासी मेहमान वहां दावत का लुत्फ ले रहे हैं। जिले का प्रशासनिक अमला इनकी आवभगत में लगा हुआ है। इस पर अब सियासी हंगामा छिड़ गया है।
प्रदेश में हर रोज 15 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं, दर्जनों लोगों की असमय मौत हो रही है और असम से आए इन लोगों को सरकार शराब पिलाकर मेहमान नवाजी कर रही है। ये किस नियम के तहत सरकारी रेस्ट हाउस में रुके हैं, जबकि जिले में धारा 144 लगी है। सरकार को बस्तर की चरमराती चिकित्सा व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।
इस पर पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट भी किया है
बस्तर से अब रायपुर की ओर
बस्तर में न सिर्फ असम से आए ये प्रत्याशी ठहरे हुए हैं बल्कि इनकी गाड़ियों का काफिला इधर से उधर घूमता दिख रहा है। अब सरकार की पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ असम के प्रत्याशियों का काफिला बस्तर से रायपुर की ओर रवाना होता दिखा है।
जहां आम नागरिकों को अभी एक जिले से दूसरे जिले में जाने के लिये जिला प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है वहां ये काफिला बेरोकटोक भ्रमण कर रहा है ।