CG Nikay Chunav बैलेट पेपर से होंगे। राज्य सरकार ने यह बड़ा फैसला पारदर्शिता और समय पर चुनाव सुनिश्चित करने के लिए लिया है। नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने घोषणा की कि इस बार के चुनाव ईवीएम की बजाय पारंपरिक बैलेट पेपर के जरिए कराए जाएंगे।
बोर्ड एग्जाम से पहले होंगे चुनाव
नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव के अनुसार, बोर्ड परीक्षाओं से पहले निकाय और पंचायत चुनाव संपन्न हो जाएंगे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि राज्य में आचार संहिता 7 जनवरी के बाद कभी भी लागू हो सकती है। इसके साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं।
ईवीएम की जगह बैलेट पेपर क्यों?
ईवीएम से चुनाव कराने में समय अधिक लगने की वजह से यह निर्णय लिया गया है। बैलेट पेपर का उपयोग प्रक्रिया को सरल और तेज बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
- बैलेट पेपर की छपाई के निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों के कलेक्टरों को जारी कर दिए हैं।
- महापौर और अध्यक्ष पदों के मतपत्रों की छपाई स्थानीय स्तर पर की जाएगी।
169 निकायों में होंगे चुनाव
इस बार छत्तीसगढ़ के 169 नगरीय निकायों में चुनाव कराए जाएंगे। राज्य में यह चुनाव दलीय आधार पर होते हैं, जिससे हर राजनीतिक दल अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करता है।
चुनाव प्रक्रिया में बदलाव
निकाय चुनाव के लिए इस बार कई नियमों में बदलाव किया गया है। आरक्षण प्रक्रिया भी बदली गई है, और प्रशासन का कहना है कि इस बार का चुनाव सुव्यवस्थित और समय पर होगा।
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सरकार की प्रतिबद्धता
नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा, “हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में समय पर और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।