सोनवानी ने गोयल से लिए पैसों से स्कूल बनवाया:पत्नी के NGO में 45 लाख लिए; CGPSC-भर्ती विवाद में दोनों से 7 दिन होगी पूछताछ
रायपुर। सीबीआई (CBI) ने सीजीपीएससी (CGPSC) भर्ती घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस अधिकारी टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर पैसे लेकर डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर VIP रिश्तेदारों की भर्ती का आरोप है।
सीबीआई ने दोनों आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें सात दिन की रिमांड पर सौंपा गया। इस दौरान सीबीआई इनसे पूछताछ कर घोटाले के और राज़ उजागर करेगी।
भर्ती में VIP रिश्तेदारों की नियुक्ति का आरोप
सीबीआई के मुताबिक, 2020 से 2022 के बीच CGPSC की परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई।
- डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी जैसे पदों पर कुछ VIP रिश्तेदारों का चयन पैसे के बल पर हुआ।
- कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के करीब 18 रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाया गया।
- गोयल ने अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका गोयल को भी चयनित कराने के लिए सौदा किया।
पैसों का खेल: स्कूल निर्माण का आरोप
सीबीआई की जांच में खुलासा हुआ कि श्रवण गोयल ने टामन सोनवानी की पत्नी डॉ. पदमिनी सोनवानी के एनजीओ, ग्रामीण विकास समिति, को दो किस्तों में 45 लाख रुपए दिए।
- ये पैसे CSR फंड के नाम पर दिए गए।
- इन्हीं पैसों से सोनवानी ने अपने गांव में स्कूल बनवाया।
गोयल और सोनवानी के वकीलों ने इसे सीएसआर फंड के तहत हुई सामान्य प्रक्रिया बताया। वकीलों ने दावा किया कि यह लेन-देन पूरी तरह पारदर्शी है।
पैसों का खेल: स्कूल निर्माण का आरोप
सीबीआई की जांच में खुलासा हुआ कि श्रवण गोयल ने टामन सोनवानी की पत्नी डॉ. पदमिनी सोनवानी के एनजीओ, ग्रामीण विकास समिति, को दो किस्तों में 45 लाख रुपए दिए।
- ये पैसे CSR फंड के नाम पर दिए गए।
- इन्हीं पैसों से सोनवानी ने अपने गांव में स्कूल बनवाया।
गोयल और सोनवानी के वकीलों ने इसे सीएसआर फंड के तहत हुई सामान्य प्रक्रिया बताया। वकीलों ने दावा किया कि यह लेन-देन पूरी तरह पारदर्शी है।
रिमांड के दौरान मिलेगी पूछताछ की छूट
सीबीआई 25 नवंबर तक सोनवानी और गोयल से पूछताछ करेगी। कोर्ट ने रिमांड के दौरान आरोपियों को घर का भोजन और परिजनों से आधे घंटे मुलाकात की अनुमति दी है।
CBI का दावा: और होंगे बड़े खुलासे
सीबीआई का कहना है कि सोनवानी और गोयल ने भर्ती घोटाले में अहम भूमिका निभाई।
- घोटाले के लिए पैसों का लेन-देन किया गया।
- जांच में और अफसरों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
- जल्द ही कुछ और गिरफ्तारी हो सकती हैं।
वकीलों का पक्ष: आरोप निराधार
सोनवानी और गोयल के वकीलों ने कोर्ट में कहा कि यह गिरफ्तारी केवल परेशान करने के लिए की गई है।
- वकीलों के अनुसार, पैसा कंपनी ने एनजीओ को CSR फंड के तहत दिया था।
- इसका उपयोग स्कूल निर्माण में हुआ।
- किसी भी प्रकार की निजी लेन-देन का प्रमाण नहीं है।
जांच का दायरा बढ़ा
सीबीआई ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में गड़बड़ी के मामले में अब तक कई सबूत मिले हैं।
- VIP रिश्तेदारों के चयन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
- टामन सोनवानी और श्रवण गोयल की गिरफ्तारी के बाद जांच में तेजी आएगी।
क्या है मामला?
2020 से 2022 के बीच हुई CGPSC परीक्षाओं में डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी पदों पर हुए चयन पर सवाल उठे थे।
- CBI ने इन्हीं आरोपों के आधार पर केस दर्ज किया।
- जांच में पता चला कि VIP लोगों के करीबी रिश्तेदारों को पैसे लेकर चयनित किया गया।
- अब इस मामले में कई और अफसरों की गिरफ्तारी की संभावना है।
Also Read: सरकारी नौकरी: 253 पदों पर निकली भर्ती; ग्रेजुएट्स को मौका, सैलरी 1 लाख से ज्यादा