छत्तीसगढ़: बीजापुर में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले पत्रकार की हत्या!
बीजापुर जिले में एक स्वतंत्र पत्रकार की हत्या ने प्रदेश में सनसनी फैला दी है। 28 वर्षीय मुकेश चंद्राकर, जो एक टेलीविजन पत्रकार और यूट्यूब चैनल संचालक थे, का शव 3 जनवरी को एक सड़क ठेकेदार के परिसर में बने सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ।
लापता होने की घटना
मुकेश नए साल के दिन लापता हो गए थे। उन्होंने रायपुर में एक साथी पत्रकार को बताया था कि ठेकेदार के चचेरे भाई का उनके पास फोन आया है और उनसे मिलने का आग्रह किया गया है। उसी रात 12:30 बजे के बाद उनका फोन बंद हो गया।
शव बरामदगी का मामला
मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर, जो खुद भी पत्रकार हैं, ने 2 जनवरी को उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। उनकी आखिरी मोबाइल लोकेशन चट्टनपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के घर के पास पाई गई।
पुलिस को ठेकेदार के परिसर में एक सेप्टिक टैंक मिला, जिसे ताजा कंक्रीट से सील किया गया था। जब इसे तोड़ा गया, तो मुकेश का शव बरामद हुआ। उनके सिर और पीठ पर चोट के गंभीर निशान पाए गए।
तीन गिरफ्तार, ठेकेदार पर शक
पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर से पूछताछ कर रही है। अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि हत्या का संबंध किसी ऐसी रिपोर्ट से तो नहीं, जिसे मुकेश ने हाल ही में उजागर किया हो।
मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “मुकेश जी का जाना पत्रकारिता और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह हत्या राज्य की चरमराती कानून व्यवस्था को दर्शाती है। अब लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी सुरक्षित नहीं है।”
मुकेश की उपलब्धियां
मुकेश चंद्राकर को अप्रैल 2021 में सीआरपीएफ कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई में उनकी अहम भूमिका के लिए सम्मानित किया गया था।
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