छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में 17 वर्षीय आदिवासी छात्रा के साथ चार सरकारी अधिकारियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपियों में स्कूल के प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापक, एक शिक्षक और वन विभाग के उप-रेंजर शामिल हैं। पुलिस ने इस जघन्य अपराध के लिए मंगलवार, 26 नवंबर 2024 को चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना 15 नवंबर की है, जब नाबालिग छात्रा कंप्यूटर क्लास खत्म करने के बाद घर लौट रही थी। शिक्षक ने उसे घर छोड़ने का प्रस्ताव दिया, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। लेकिन शिक्षक उसे घर ले जाने के बजाय एक किराए के घर ले गया, जहां अन्य आरोपी पहले से मौजूद थे। वहां चारों ने पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और पूरे कृत्य का वीडियो बनाकर उसे धमकाया कि यदि उसने किसी को बताया तो वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल दिया जाएगा।
डर और शर्म के कारण पीड़िता ने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया। लेकिन कुछ दिनों बाद उसने हिम्मत जुटाकर अपनी पीड़ा के बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता एक मेधावी छात्रा है और स्कूल के बाद 25 किलोमीटर दूर स्थित एक निजी कंप्यूटर सेंटर में पढ़ाई करती है। उसका कहना है कि कुछ शिक्षकों को उसकी दिनचर्या के बारे में जानकारी थी। पुलिस ने बताया कि घटना से पीड़िता सदमे में है और ज्यादा बोलने की स्थिति में नहीं है। हालांकि, उसने जो जानकारी दी, उसके आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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