छत्तीसगढ़ के कुरूद में प्रदेश का पहला Amphitheatre बनने जा रहा है, जो कला और सांस्कृतिक गतिविधियों को नया आयाम देगा। इस अनूठे प्रोजेक्ट के लिए 3.81 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है। एम्फीथियेटर के निर्माण से स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक समूहों को अपने प्रतिभाओं को प्रस्तुत करने के लिए एक नया मंच मिलेगा, जिससे राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह एम्फीथियेटर न केवल सांस्कृतिक आयोजनों, बल्कि विभिन्न प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए भी उपयुक्त होगा। खुली जगह और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ, यह दर्शकों को खुले आसमान के नीचे विभिन्न सांस्कृतिक व शैक्षणिक प्रोग्राम का आनंद उठाने का अवसर देगा। इसके निर्माण से कुरूद क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास भी संभावित है।
कुरूद का यह एम्फीथियेटर राज्य में कला, संस्कृति और मनोरंजन के क्षेत्र में नए अवसर पैदा करेगा और छत्तीसगढ़ को एक नया पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध होगा।
कुरूद विधायक अजय चंद्राकर की मुख्य आतिथ्य में हुआ भूमि पूजन
कुरूद नगर में बनने वाले इस एम्फीथियेटर का मंगलवार को कुरूद विधायक अजय चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में भूमिपूजन हुआ। उन्होंने कहा कि यह खुला रंगमंच युवाओं, कलाकारों और समग्र क्षेत्र की प्रतिभाओं के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगा। कुल 381 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस एम्फीथियेटर को स्थानीय संस्कृति, कला और मनोरंजन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।
इस मंच के बनने से कुरूद के कलाकारों और युवाओं को अपनी प्रतिभा को निखारने का एक नया अवसर मिलेगा। चंद्राकर ने इसे छत्तीसगढ़ का पहला एम्फीथियेटर करार दिया। इसके पहले स्थानीय स्तर पर बड़े आयोजनों के लिए कोई उचित मंच नहीं था, जो अब इस एम्फीथियेटर से संभव होगा।
भूमिपूजन के अवसर पर चंद्राकर ने समाज में बढ़ते नशा, अपराध और असंस्कारी गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक मंच युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देने में सहायक होंगे। उन्होंने अधिकारियों को परियोजना की गुणवत्ता और समय सीमा का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देश दिए।
मौके पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में पूर्व नपं अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर, रविकांत चंद्राकर, नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर, पार्षद मनीष साहू, मूलचंद सिन्हा, तथा जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव आदि शामिल थे।
Also Read: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने की तैयारी