CM Sai Today Tour Program: CM विष्णुदेव साय का बस्तर दौरा: दंतेवाड़ा में माता दंतेश्वरी के दर्शन और ‘बस्तर पण्डुम’ कार्यक्रम में भागीदारी

CM Sai Today Tour Program: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज 5 अप्रैल को बस्तर जिले के दौरे पर रहेंगे, जहाँ वे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री का यह दौरा खासतौर पर बस्तर क्षेत्र के विकास और स्थानीय जनसमूह से जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री का दौरा – कार्यक्रम का समयवार विवरण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज सुबह 09:50 बजे रायपुर स्थित अपने निवास, सिविल लाइन से रवाना होंगे और 10:10 बजे नवा रायपुर स्थित होटल मेफेयर लेक रिसॉर्ट पहुंचेंगे। यहां कुछ समय के लिए वे रुकेंगे और फिर 10:30 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे।
10:50 बजे विशेष विमान के जरिए मुख्यमंत्री जगदलपुर के लिए उड़ान भरेंगे और 11:35 बजे माँ दंतेश्वरी एयरपोर्ट, जगदलपुर पहुंचेंगे। यहां से 11:40 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा वे दंतेवाड़ा के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां 12:10 बजे पुलिस लाइन कारली, दंतेवाड़ा पहुंचेगे।
माता दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन और बस्तर पण्डुम कार्यक्रम
मुख्यमंत्री सबसे पहले 12:15 बजे माता दंतेश्वरी मंदिर परिसर पहुंचेगे और 12:45 बजे तक मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद, वे 12:50 बजे सर्किट हाउस, दंतेवाड़ा के लिए रवाना होंगे, जहां थोड़ी देर के लिए विश्राम करेंगे।
फिर मुख्यमंत्री सर्किट हाउस से 01:25 बजे प्रस्थान करेंगे और 01:30 बजे दंतेवाड़ा के हाई स्कूल ग्राउंड पहुंचेंगे। यहां वे 02:50 बजे तक “बस्तर पण्डुम” कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक उत्सव को लेकर आयोजित किया जाता है।
मुख्यमंत्री का दौरा – बस्तर के विकास के लिए अहम
इस दौरे से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का मुख्य उद्देश्य बस्तर क्षेत्र में विकास योजनाओं का निरीक्षण करना और वहां के जनसमूह के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है। ‘बस्तर पण्डुम’ जैसे कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी से इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच मिलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का यह बस्तर दौरा राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें वे न केवल बस्तर क्षेत्र के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय रूप से भाग लेंगे। यह दौरा न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि बस्तर की सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति में भी योगदान करेगा।