छत्तीसगढ़ में मौसमी बीमारी को लेकर हेल्थ कमिश्नर प्रियंका शुक्ला ने जारी किये निर्देश, सभी जिलों को कोरोना की हर दिन देनी होगी रिपोर्टिंग, मास्क के उपयोग की भी हिदायत

रायपुर, 29 मई 2025: छत्तीसगढ़ में मौसम बदलते ही सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी मोड में आते हुए जिलों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. प्रियंका शुक्ला ने सभी जिलों को मौसमी बीमारियों के साथ-साथ कोरोना संक्रमण पर भी नजर रखने के लिए अलर्ट कर दिया है।
अब हर दिन देनी होगी कोरोना की रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग ने साफ-साफ कहा है कि अब सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को आईएचआईपी पोर्टल पर रोजाना केस की एंट्री करनी होगी। इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) के मामलों की अनिवार्य रिपोर्टिंग करनी है। इसके साथ ही मितानिनों को भी गांव-गांव जाकर ऐसे लक्षणों की जानकारी इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मास्क फिर से जरूरी, दवाइयों का स्टॉक चेक करने के निर्देश
रेस्पिरेटरी एटीकेट्स को लेकर भी विभाग ने पुरानी यादें ताज़ा कर दी हैं। यानी अब मास्क पहनने की सलाह फिर से जारी कर दी गई है। स्वास्थ्यकर्मियों को खासतौर पर मास्क पहनना, हाथ धोना और दूरी बनाए रखने जैसे नियमों को सख्ती से अपनाने को कहा गया है।

इतना ही नहीं, अस्पतालों को कहा गया है कि जरूरी दवाएं और PPE किट जैसे सुरक्षा उपकरण हर हाल में उपलब्ध रहें। अगर कमी पाई गई तो संबंधित अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे।
लक्षण न सुधरे तो होगी कोविड जांच, जीनोम सीक्वेंसिंग भी तय
जिन मरीजों को सिर्फ लक्षणों के आधार पर दी जा रही दवाओं से राहत नहीं मिल रही या फिर जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें कोविड टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो उनके सैंपल्स को एम्स रायपुर में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजा जाएगा, ताकि वायरस के किसी नए रूप की पहचान की जा सके।
हर पॉजिटिव केस की रोज रिपोर्ट जरूरी
अगर कोई मरीज कोविड पॉजिटिव निकलता है, तो उसकी जानकारी राज्य सर्वेलांस इकाई को हर दिन भेजनी होगी। यानी अब जिलों को रोज़ाना का डेटा तैयार रखना होगा। विभाग का मानना है कि इससे संक्रमण पर जल्दी काबू पाया जा सकेगा और किसी भी संभावित खतरे से पहले ही निपटा जा सकेगा।