Dhamtari जिला छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक धरोहर
परिचय
Dhamtari जिला छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख जिला है, जो अपने सांस्कृतिक इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य और आर्थिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह जिला भारत के ह्रदय प्रदेश छत्तीसगढ़ में स्थित है और अपने अनूठे भूगोल, पर्यावरण, और जनजीवन के लिए विशिष्ट स्थान रखता है। आइए, हम इस जिले के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से जानें।
भौगोलिक स्थिति
धमतरी जिला छत्तीसगढ़ के मध्य में स्थित है और इसे कई जिलों से घिरा हुआ है:
- उत्तर में रायपुर और दुर्ग जिले से
- पूर्व में गरियाबंद जिले से
- दक्षिण में ओडिशा राज्य के नबरंगपुर जिले से
- पश्चिम में कांकेर और बालोद जिलों से
यह क्षेत्र लगभग 4084 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसकी ऊंचाई लगभग 305 मीटर है।
इतिहास की एक झलक
धमतरी का नाम धम्मा तराई से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘धम्म का मैदान’। यह नाम इस क्षेत्र के बौद्ध धर्म से जुड़े इतिहास की ओर इशारा करता है। इस जिले का आधिकारिक गठन 6 जुलाई 1998 को हुआ था, जब रायपुर जिले को तीन हिस्सों में विभाजित किया गया था – रायपुर, धमतरी और महासमुंद।
प्रमुख नदियाँ और जल स्रोत
महानदी और उसकी सहायक नदियाँ
धमतरी जिले की मुख्य नदी महानदी है, जो यहाँ के पहाड़ियों से निकलती है। इसके अलावा:
- सेओनथ, पैरी, सोंदूर, जोन, और शिवनाथ जैसी सहायक नदियाँ भी इस क्षेत्र की उर्वरता में सहायक हैं।
- महानदी का उद्गम स्थल सिहावा की पहाड़ियों से है और इसे विभिन्न नामों से पुकारा जाता है जैसे कि कंकन्नदी, चित्रोत्पला, नीलोत्पला इत्यादि।
कृषि और फसलें
यहाँ की प्रमुख फसल धान है। धान की खेती यहाँ का मुख्य स्रोत है, जिससे जिले की आर्थिक स्थिति भी जुड़ी हुई है। धमतरी को ‘छत्तीसगढ़ का चावल का कटोरा’ भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ के धान उत्पादकता में अग्रणी माने जाते हैं।
सिंचाई परियोजनाएँ
रविशंकर सागर बाँध (गंगरेल डैम)
धमतरी जिले में स्थित यह बांध राज्य की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है:
- 57000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है।
- यह रायपुर और भिलाई के स्टील प्लांट को पानी की आपूर्ति भी करता है।
- यहाँ 10 मेगावॉट और 1.2 मेगावॉट की जलविद्युत परियोजनाएँ भी स्थापित हैं।
मैडमसिल्ली बांध
एशिया का पहला सायफन बांध वर्ष 1914 में यहीं पर बनाया गया था, जो इस क्षेत्र की एक ऐतिहासिक धरोहर है।
वन और पर्यावरण
धमतरी जिले का लगभग 52% हिस्सा वनाच्छादित है। जिले में पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीव और जैवविविधता इस प्रकार हैं:
- सतनादी वन्यजीव अभयारण्य यहाँ का प्रमुख वन्यजीव क्षेत्र है, जो स्थानीय जीव-जंतु और वनस्पतियों को संरक्षित करता है।
- यहाँ का वातावरण उष्णकटिबंधीय है, जो वन्य जीवन और प्राकृतिक स्थलों के लिए आदर्श माना जाता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता
धमतरी जिले में धार्मिक विविधता देखने को मिलती है, यहाँ की प्रमुख धर्मावलंबियों में हिन्दू समुदाय है, जो लगभग 97.18% है। इसके अलावा मुस्लिम, जैन, और अन्य जनजातीय धर्म भी यहाँ के सांस्कृतिक ताने-बाने का हिस्सा हैं। धार्मिक उत्सवों में दीपावली, होली, और दुर्गा पूजा बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं।
जनसंख्या और सांख्यिकी
जनसंख्या आँकड़े
- कुल जनसंख्या: 7,99,781 (2011 जनगणना)
- लिंगानुपात: 1010 महिलाएँ प्रति 1000 पुरुष
- साक्षरता दर: 90%
- घनत्व: प्रति वर्ग किलोमीटर 200 व्यक्ति
भाषा
2011 की जनगणना के अनुसार:
- छत्तीसगढ़ी बोलने वालों की संख्या 92.63% है।
- हिंदी बोलने वाले 5.31% हैं।
प्रमुख नगर
धमतरी जिले के तीन प्रमुख तहसील और ब्लॉक इस प्रकार हैं:
- धमतरी
- कुरुद
- नगरी
शिक्षा और विकास
धमतरी में शिक्षा और विकास के क्षेत्र में भी निरंतर प्रगति हो रही है। यहाँ कई सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और तकनीकी संस्थान स्थापित हैं। जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए अनेक योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।
यातायात और कनेक्टिविटी
धमतरी जिले का मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग NH 30 से जुड़ा हुआ है, जो रायपुर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह सड़क मार्ग और रेलवे से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जो इसे छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों से जोड़ता है।
पर्यटन स्थल
धमतरी जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ पर्यटकों के लिए कई प्रमुख स्थल हैं:
- गंगरेल डैम – जलक्रीड़ा और नौकायन के लिए लोकप्रिय।
- सतनादी वन्यजीव अभयारण्य – वन्यजीव प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान।
- मैडमसिल्ली डैम – एतिहासिक महत्व का स्थल।
Also Read: कुरुद, छत्तीसगढ़: कृषि, संस्कृति और विकास का उभरता केंद्र