भखारा। 29 जुलाई को थाना भखारा क्षेत्रांतर्गत ग्राम भेंडसर में हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मृतक के नाबालिग छोटे भाई सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में मामूली सी बात में हत्या करना बताया गया है। 24 घंटे में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गुरुवार को भेंडसर जाने के मार्ग से करीबन 80 मीटर अंदर शव मिलने की सूचना पर थाना प्रभारी भखारा संतोष जैन तत्काल अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे।शव की शिनाख्त टिकेंद्र उर्फ पप्पू निषाद पिता बसंत उर्फ कौशल निषाद उम्र 21 वर्ष निवासी भठेली भखारा थाना भखारा जिला धमतरी के रूप में हुई। तत्पश्चात पुलिस टीम द्वारा मौके पर परिस्थितिजन्य व भौतिक साक्ष्य एकत्रित करते हुए धारा 174 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत मर्ग पंजीबद्ध कर शव पंचनामा एवं पोस्टमार्टम कराया। प्राप्त शार्ट पीएम रिपोर्ट में चिकित्सक द्वारा मृत्यु की प्रकृति हत्यात्मक लेख करने पर थाना भखारा में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302 भा द वि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने थाना प्रभारी भखारा को मामले से संबंधित हर बिंदुओं की बारीकी से जांच करते हुए त्वरित वैधानिक कार्यवाही करने व अज्ञात आरोपी की पता तलाश कर गिरफ्तार करने निर्देशित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे के मार्गदर्शन व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुरूद अभिषेक केसरी के पर्यवेक्षण में मामले की हर बिंदुओं व कड़ी को एक दूसरे से जोड़ते हुए बारीकी से जांच की जा रही थी।
थप्पड़ से आक्रोशित
इसी बीच यह जानकारी मिली कि मृतक टिकेंद्र उर्फ पप्पू निषाद ने घर के पैसे से नई मोटरसाइकिल खरीदी थी जिसे घटना के 15 दिन पूर्व उसका छोटा भाई चलाने के लिए ले जा रहा था। जिस बात पर मृतक ने अपने छोटे भाई को खूब डांटा, साथ ही उसे दो-तीन थप्पड़ भी लगाया तथा दोनों के बीच खेत में काम करने की बात को लेकर भी झगड़ा हुआ, जिससे वह बहुत कुंठित था।
बड़े भाई से लिया बदला,ऐसे दिया घटना को अंजाम
अपने तथा बड़े भाई के दोस्तों का नाम नहीं बताते हुए गुमराह करने पर संदेह के आधार पर अलग अलग पूछताछ करने पर अंततः वह टूट गया और बड़े भाई द्वारा डांटने-मारने से आक्रोशित होना बताया। उससे बदला लेने के लिए उसकी हत्या करने का प्लान बनाया। सुनियोजित ढंग से बनाए गए प्लान में उसने मोहल्ले के राकेश नेताम व प्रदीप साहू को शामिल कर सही समय तथा मौके की तलाश करने लगा।28 जुलाई को ये तीनों मिलकर पूर्व नियोजित ढंग से मृतक टिकेश उर्फ पप्पू निषाद को अपने साथ शराब भट्टी ले गए तथा अपने आप को छुपाते हुए उसे रुपए देकर शराब खरीदने के लिए भेजें। सभी साथ बैठकर शराब पिए, टिकेंद्र उर्फ पप्पू निषाद को ज्यादा शराब पिलाए जिससे उसे तुरंत नशा हो गया। फिर घर वापस लौटते समय फ्रेंड्स ढाबा के आगे सड़क मार्ग से करीबन 80 मीटर अंदर ले जाकर हल्का नीला आसमानी रंग के गमछा से गला घोटकर हत्या कर देना बताया।