भारत निर्वाचन आयोग का सुपर ऐप ‘ECINET’ जल्द होगा लॉन्च, एक ही प्लेटफॉर्म से निपटेंगे सारे चुनावी काम

भारत निर्वाचन आयोग (ECI) चुनाव प्रक्रिया को और ज्यादा आसान, पारदर्शी और टेक-स्मार्ट बनाने की तैयारी में जुट गया है। इसी कड़ी में जल्द ही आयोग एक “सुपर ऐप” लॉन्च करने जा रहा है, जिसका नाम होगा ECINET। यह ऐप एक डिजिटल वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म होगा, जिसमें चुनाव से जुड़े 40 से ज़्यादा मोबाइल और वेब ऐप्स को एक ही जगह समाहित किया जाएगा।
इस ऐप के जरिए मतदाता, चुनाव अधिकारी, राजनीतिक दल और दूसरे स्टेकहोल्डर्स एक ही मंच से सारी सुविधाएं इस्तेमाल कर सकेंगे — बिना अलग-अलग ऐप डाउनलोड किए, बिना कई यूज़रनेम-पासवर्ड याद रखे।
चुनावी कामकाज की प्रक्रिया होगी अधिक पारदर्शी
ECINET को आसान यूजर इंटरफेस (UI) और स्मूद यूजर एक्सपीरियंस (UX) के साथ डिजाइन किया जा रहा है। यानी यह ऐप दिखने में भी अच्छा होगा और चलाने में भी आसान। इसमें वो सभी प्रमुख ऐप्स शामिल होंगे जो चुनावों के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल में आते हैं, जैसे:
- Voter Helpline App
- cVIGIL (निगरानी के लिए)
- Suvidha 2.0 (राजनीतिक दलों के लिए अनुमति प्रक्रिया)
- Saksham, KYC, ESMS और Voter Turnout ऐप
अब तक इन ऐप्स को कुल मिलाकर 5.5 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। अब यही सब कुछ ECINET में एक साथ मिलेगा।
कौन करेगा डेटा एंट्री? क्या है सुरक्षा व्यवस्था?
ECINET पर चुनाव से जुड़े हर डेटा की एंट्री केवल आधिकारिक निर्वाचन अधिकारी ही करेंगे। डेटा की सत्यता सुनिश्चित करने के लिए मूल सरकारी फॉर्म और कानूनी दस्तावेज ही मान्य होंगे। यानी कोई भी जानकारी बिना प्रमाण या नियम के बाहर जाकर अपडेट नहीं होगी।
इसके अलावा, ऐप की साइबर सुरक्षा को लेकर भी सख्त टेस्टिंग हो रही है, ताकि किसी भी तरह की सेंधमारी या डेटा चोरी की संभावना ना रहे।
चुनाव अधिकारियों और मतदाताओं को सीधा लाभ
इस डिजिटल मंच का लाभ सीधे तौर पर 100 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं को मिलेगा। इसके साथ ही:
- 10.5 लाख BLOs (बूथ लेवल ऑफिसर)
- 15 लाख BLAs (राजनीतिक दलों के बूथ एजेंट)
- 45 लाख चुनाव अधिकारी
- 4,123 EROs (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी)
- 767 DEOs (जिला निर्वाचन अधिकारी)
जैसे चुनावी अमले को भी इससे जबरदस्त सुविधा मिलेगी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त की पहल से बना नया मंच
ECINET की परिकल्पना मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने की थी। मार्च 2025 में आयोजित मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के सम्मेलन के दौरान इस विचार को आगे बढ़ाया गया, जिसमें अन्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी भी शामिल थे।
इसके बाद देशभर के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के CEOs, DEOs और EROs से राय-मशविरा लेकर इस ऐप को डेवलप किया गया। इसमें निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए 9,000 पन्नों वाले 76 दस्तावेजों की भी गहन समीक्षा की गई।
राज्यों की सहमति से तैयार हो रहा ECINET
ECINET का पूरा सिस्टम पूरी तरह से जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और 1951, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम 1960, और निर्वाचन संचालन नियम 1961 के दायरे में काम करेगा। यानी यह ऐप सिर्फ डिजिटल नहीं, कानूनी रूप से भी मजबूत होगा।
चुनाव अब आपके मोबाइल में
ECINET सिर्फ एक ऐप नहीं, बल्कि चुनाव प्रक्रिया को आधुनिक और आसान बनाने की दिशा में एक बड़ी छलांग है। जब यह ऐप लॉन्च होगा, तो देश की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनना और भी सहज, सुरक्षित और भरोसेमंद हो जाएगा।