
रायपुर, 21 मार्च 2025 CG Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें अब तक 30 नक्सली मारे गए हैं। इस मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद हुआ है, और घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।
मुठभेड़ की ताज़ा स्थिति
बीजापुर जिले के गंगालुर थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार तड़के यह मुठभेड़ शुरू हुई। बीजापुर के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि मुठभेड़ दोपहर तक जारी रही, और अब तक मारे गए नक्सलियों की संख्या 30 हो चुकी है। पुलिस को घटनास्थल से कई ऑटोमैटिक हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।
नक्सलियों का जवाबी हमला
बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती इलाके में गंगालूर थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों का एक संयुक्त दल नक्सल रोधी अभियान पर था। यहां सुबह सात बजे से दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। मुठभेड़ में बीजापुर रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान शहीद हो गया।
इसके अलावा, कांकेर जिले के नारायणपुर और कांकेर की सीमा पर भी एक और मुठभेड़ हुई, जिसमें चार नक्सलियों को मार गिराया गया। कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि यह मुठभेड़ एक संयुक्त दल द्वारा की गई नक्सल रोधी कार्रवाई के दौरान हुई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुठभेड़ को ‘नक्सल मुक्त भारत’ अभियान में एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ बिना किसी रहम के सख्त कदम उठा रही है और उन नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है जो आत्मसमर्पण नहीं कर रहे। शाह ने यह भी कहा कि 31 मार्च 2026 तक भारत को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री का बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की लड़ाई को मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “बीजापुर में मारे गए नक्सलियों की मौत और हमारे जवान की शहादत नक्सलवाद के अंत की ओर एक कदम और बढ़ाएगी। हमारा संकल्प दृढ़ है और हम 2026 तक बस्तर को नक्सलमुक्त करेंगे।”
नक्सलियों के खिलाफ राज्य की कार्रवाई
इस मुठभेड़ के साथ ही 2025 में अब तक छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 113 नक्सली मारे जा चुके हैं। पिछले साल, 2024 में 290 नक्सली मारे गए थे, जबकि 1090 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 881 ने आत्मसमर्पण किया।
नक्सलवाद के खिलाफ गिरावट की स्थिति
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2014 और 2024 के बीच नक्सल हिंसा में 53% की गिरावट आई है। 2014 में देश के 126 जिले नक्सल प्रभावित थे, लेकिन 2024 तक यह संख्या घटकर 12 रह गई है, जो नक्सलवाद पर काबू पाने में सरकार की सफलता को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर जिलों में चल रही मुठभेड़ नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी जीत है। सुरक्षाबलों ने भारी नुकसान के बावजूद अपनी जान की परवाह किए बिना नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। नक्सलियों के खिलाफ चल रहे इस अभियान से यह साफ है कि सरकार और सुरक्षाबल नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।