महाकुंभ में बढ़ती भीड़ और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर श्रद्धालुओं के वाहनों की एंट्री पर 4 फरवरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला प्रयागराज में हुए भगदड़ के बाद लिया गया है, ताकि यातायात और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बलरामपुर जिले में देखी गई भारी यातायात समस्या
बॉर्डर पर लगाए गए प्रतिबंध का सबसे अधिक असर बलरामपुर जिले के धनवार बॉर्डर पर देखने को मिला। बुधवार शाम को लगभग 12 घंटे तक ट्रकों और भारी वाहनों को बसंतपुर से धनवार के बीच रोका गया, जिससे 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हालांकि, अब यातायात को बहाल कर दिया गया है, लेकिन महाकुंभ जाने वाली गाड़ियों को सीमा पर रोका गया है।
श्रद्धालुओं को सूरजपुर जिले से लौटाया गया
सरगुजा आईजी ने कुंभ श्रद्धालुओं की गाड़ियों को रोकने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद सूरजपुर जिले के चंदौरा क्षेत्र से श्रद्धालुओं की गाड़ियों को वापस लौटाया गया। जाम की स्थिति के कारण यूपी के रेनुकूट तक जाने वाली गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से रघुनाथपुर भेजा गया।
4 फरवरी से शुरू होगी महाकुंभ यात्रा
हालांकि, 4 फरवरी से श्रद्धालुओं को महाकुंभ जाने की अनुमति दे दी जाएगी। प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की अपील की है। इस दौरान, कई किलोमीटर तक जाम की स्थिति बन गई, जिससे श्रद्धालुओं को खाने-पीने की परेशानी भी हुई।
सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासन सख्त
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। इससे पहले प्रयागराज में भगदड़ के बाद प्रशासन ने इस प्रकार के कदम उठाए हैं, ताकि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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