छत्तीसगढ़

धान खरीदी में महासमुंद टॉप: छत्तीसगढ़ में 149.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का रिकॉर्ड

रायपुर, 3 फरवरी 2025: छत्तीसगढ़ में इस खरीफ सीजन में राज्य शासन ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के तहत अब तक की सबसे बड़ी धान खरीदी का रिकॉर्ड कायम किया है। 149.25 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी के साथ यह राज्य के इतिहास में सबसे अधिक खरीदी गई धान की मात्रा बन गई है। इस रिकॉर्ड खरीदी में मोटा धान 81.98 लाख मीट्रिक टन, पतला धान 10.75 लाख मीट्रिक टन और सरना धान 56.52 लाख मीट्रिक टन शामिल हैं।

महासमुंद ने मारी बाजी, सबसे अधिक धान खरीदी

इस सीजन में धान खरीदी की प्रक्रिया 14 नवंबर 2024 से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक लगातार चलती रही। इस दौरान 25 लाख 49 हजार 592 पंजीकृत किसानों ने अपने उत्पाद को राज्य सरकार को बेचा। किसानों को बैंक लिंकिंग प्रणाली के तहत अब तक 31 हजार 89 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।

आकर्षण का केंद्र महासमुंद जिला रहा, जहां सर्वाधिक 11.04 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी गई। इसके बाद बेमेतरा जिले ने 9.38 लाख मीट्रिक टन और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले ने 8.56 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी करके क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई।

धान उठाव में भी तेजी, 123 लाख मीट्रिक टन से अधिक उठाव

धान खरीदी के साथ ही कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 123 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान के उठाव के लिए दिशा आदेश (डीओ) और ट्रांसफर आदेश (टीओ) जारी किए गए हैं। इसके तहत 103 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान का उठाव भी हो चुका है।

धान उठाव का काम राज्य के 4102 पंजीकृत राइस मिलरों के माध्यम से किया जा रहा है। पिछले साल 144.92 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी गई थी, लेकिन इस बार यह आंकड़ा और भी ऊंचा जा चुका है।

हर जिले में खरीदी का शानदार प्रदर्शन

राज्य के विभिन्न जिलों में भी धान खरीदी का शानदार प्रदर्शन हुआ है। बस्तर जिले में 27 लाख 60 हजार 712 क्विंटल, बीजापुर में 11 लाख 97 हजार 888 क्विंटल और दंतेवाड़ा जिले में 3 लाख 34 हजार 315 क्विंटल धान खरीदी गई। इसी तरह कांकेर, कोण्डागांव, नारायणपुर, सुकमा और अन्य जिलों में भी लाखों क्विंटल धान की खरीदी की गई है।

जिला पंचायत के विभिन्न जिलों में धान की खरीदी की इस प्रक्रिया ने किसानों को बड़ी राहत दी है और उन्हें अच्छा मूल्य मिला है। इस वर्ष की खरीदी ने राज्य सरकार की किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को साबित किया है और यह देशभर में एक उदाहरण बन सकता है।

कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ में इस वर्ष की धान खरीदी ने एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। राज्य सरकार द्वारा किसानों के समर्थन में उठाए गए कदम और धान खरीदी प्रक्रिया के इस सफल आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया है कि छत्तीसगढ़ कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

Also read: भाजपा से बगावत: विधायक रेणुका सिंह की बेटी मोनिका निर्दलीय चुनाव मैदान में, मुकाबला रोचक

दक्षिण कोसल का Whatsapp Group ज्वाइन करे

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button