
रायपुर: Gaurishankar Shrivas Post: छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार द्वारा निगम-मंडल की नियुक्तियों की लंबी प्रतीक्षित सूची हाल ही में जारी की गई। इस सूची में 36 मंडल और निगमों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नाम तय किए गए हैं। पार्टी ने कई नए चेहरों को इन पदों पर जगह दी है, और चुनावी दावेदार रहे नेताओं को पद देकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की है। हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने इस पद को ठुकरा दिया।
गौरीशंकर श्रीवास ने पद स्वीकारने से किया इनकार
गौरीशंकर श्रीवास को छत्तीसगढ़ राज्य केश शिल्पी कल्याण बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था, जबकि अध्यक्ष पद मोना सेन को सौंपा गया। हालांकि, गौरीशंकर श्रीवास ने इस नियुक्ति को ठुकरा दिया और अपनी नाराजगी सोशल मीडिया के माध्यम से जाहिर की। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “पार्टी ने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिसे उठाने में मैं असमर्थ हूं। इसलिए मैंने यह पद स्वीकार नहीं किया। संगठन के कार्यकर्ता के रूप में मैं ठीक हूं। धन्यवाद!”
इस घटना ने पार्टी में एक हलचल मचाई है और कई लोग इस फैसले को लेकर सवाल उठा रहे हैं। गौरीशंकर श्रीवास के इस कदम को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
राजनीतिक हलकों में चर्चा
गौरीशंकर श्रीवास की इस नाराजगी को लेकर उनके समर्थक और विपक्षी दल दोनों ही अपने-अपने विचार रख रहे हैं। कुछ लोग इसे पार्टी के अंदर की असंतुष्टि के तौर पर देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे उनके समर्पण और संगठन के प्रति उनकी ईमानदारी का प्रतीक मानते हैं।
फिलहाल, भाजपा के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वे संगठन में नाराजगी और असंतोष को कैसे संभालेंगे।