पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में गेस्ट लेक्चरर भर्ती
छत्तीसगढ़ के पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में गेस्ट लेक्चरर की भर्ती के लिए 11 अगस्त से इंटरव्यू की शुरुआत होगी। विश्वविद्यालय के 32 विभागों में अलग-अलग विषय के लिए गेस्ट फैकल्टी की भर्ती होनी है, जिसके लिए दावा-आपत्ति का दौर भी समाप्त हो चुका है।
नए नियम के अनुसार अतिथि व्याख्याता को 40-45 मिनट के एक व्याख्यान के लिए 400 रुपए, एक घंटे के एक व्याख्यान के लिए 500 रुपए मानदेय है।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
3 तीनों तक चलेगा इंटरव्यू
रविवि के गेस्ट लेक्चरर के लिए 3 तीनों तक इंटरव्यू चलने की संभावना है। 11 अगस्त, 12 अगस्त और 13 अगस्त को इंटरव्यू होंगे । इसके लिए पात्र आवेदकों की लिस्ट और समय-सारणी रविवि की वेबसाइट पर जारी होगी। प्रदेश में अतिथि व्याख्याता भर्ती को लेकर नया नियम लागू किया गया है।
194 पदों पर भर्ती
कुल पदों की संख्या 194 है। इसके लिए 3 हजार से ज्यादा आवेदन आए हैं। स्क्रूटनी के बाद पात्र-अपात्र की लिस्ट जारी की गई। दावा-आपत्ति ईमेल के माध्यम या फिर ऑफलाइन मंगाई गई थी। विवि के निर्धारित प्रारूप में 5 अगस्त तक कार्यालयीन समय में दावा-आपत्ति किया जाना था। इसके आधार पर फिर फाइनल पात्र उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होगी।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय
इन विषयों के लिए होगी भर्ती
रविवि में मानवविज्ञान, रसायन, भूगोल, समाजशास्त्र व समाजकार्य, इतिहास, कंप्यूटर साइंस, भाषा विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, छत्तीसगढ़ी, फ्रेंच, सिंधी, अर्थशास्त्र, भौतिकी, गणित, प्रबंधन, विधि, सांख्यिकी, भू-विज्ञान, जैविकी अध्ययनशाला, बायोसाइंस, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, ग्रंथालय और सूचना विज्ञान के लिए भर्ती होगीय़
इसके साथ ही मूल विज्ञान केंद्र में भौतिकी, रसायन, गणित, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, कंप्यूटर साइंस, पर्यावरण विज्ञान, अध्यापक शिक्षक संस्थान, अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन, महिला अध्ययन केंद्र, फार्मेसी, कामर्स, फॉरेंसिक साइंस विभाग समेत अन्य में अतिथि व्याख्याता, अतिथि शिक्षण सहायक की भर्ती होगी।
भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद
अतिथि व्याख्याता की भर्ती यूजीसी के निर्देश के अनुसार किए जाने की बात तो की जा रही है, लेकिन जो नियम बनाए गए हैं, वह ही यूजीसी रेगुलेशन 2018 के अनुसार नहीं हैं। जानकारों का कहना है कि अतिथि व्याख्याता भर्ती में जो अलग-अलग बिंदुओं के लिए अंक दिए गए हैं, वह सही नहीं हैं।
इसे देखने से ऐसा लगता है कि मनचाहे तरीके से अंक निर्धारित किए गए हैं। जैसे, शैक्षणिक अनुभव के लिए यूजीसी की ओर से अधिकतम 10 अंक है। हर साल के लिए 2 अंक निर्धारित हैं, जबकि अतिथि व्याख्याता में अधिकतम 30 अंक हैं। यही नहीं पांच महीने के अध्यापन के लिए 5 अंक दिए जा रहे हैं।