नगरी के घटुला में आयोजित जनचौपाल में ग्रामीणों ने कलेक्टर के समक्ष रखी अपनी समस्याएं
नगरी। आदिवासी बाहुल्य नगरी विकासखंड के वनांचल घठुला में आज पहला जिला स्तरीय जनचौपाल शिविर आयोजित किया गया। विकासखंड मुख्यालय नगरी से लगभग 14 किलोमीटर दूर इस गांव में आयोजित शिविर में आस-पास के 14 पंचायतों के लोगों ने विभिन्न मांग और समस्याओं सम्बन्धी आवेदन पंचायत सचिव के जरिए प्रस्तुत किए थे।
घठुला शासकीय हाईस्कूल परिसर में सुबह साढ़े दस से दोपहर दो बजे तक आयोजित आज के शिविर में पूर्व में मिले आवेदनों के निराकरण की स्थिति से विभाग प्रमुखों ने वहां उपस्थित ग्रामीणों को अवगत कराया। गौरतलब है कि जिला प्रशासन की पहल पर ब्लॉक स्तर पर जनचौपाल शिविर माह के सभी कार्य दिवस वाले शनिवार में आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे कि ग्रामीण बेवजह अपनी समस्याओं और मांग को लेकर परेशान नहीं हो। इसी कड़ी में जिला स्तरीय जनचौपाल शिविर आयोजित करने का निर्णय कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने लिया और घठुला में आज पहला जिला स्तरीय शिविर आयोजित किया गया।
179 आवेदनों का किया गया निराकरण:
बताया गया कि आज के शिविर में मिले 185 आवेदनों को 16 से 26 फरवरी तक गांवों में मुनादी कर लिया गया था। आज शिविर स्थल में बताया गया कि 179 आवेदनों का निराकरण विभागों द्वारा किया गया। सर्वाधिक 139 आवेदन जनपद पंचायत नगरी को मिले, जिसमें से 137 आवेदनों का निराकरण किया गया। इसी तरह विद्युत विभाग को मिले आठ आवेदनों में से पांच और जल संसाधन विभाग को मिले चार आवेदनों में से तीन आवेदनों का निराकरण किया गया। इसके अलावा खाद्य विभाग को 16, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पांच, राजस्व को चार, कृषि को तीन, क्रेडा और शिक्षा विभाग को दो-दो तथा महिला एवं बाल विकास विभाग और अंत्यावसायी को एक-एक आवेदन मिले, जिनका शत्-प्रतिशत निराकरण कर लिया गया।
राशनकार्ड व पेंशन सम्बंधी आवेदनों के निराकरण के लिए निर्देश:
कलेक्टर ने शिविर में मिले आवेदनों की जानकारी लेते हुए लंबित आवेदनों को 15 दिनों में निराकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मिले आवेदनों को गंभीरता से निराकृत करने का प्रयास है। कलेक्टर ने मौके पर शिविर के स्वरूप से ग्रामीणों को रु-ब-रू कराया। उन्होंने बताया कि आवेदन जनचौपाल शिविर लगने के 15 दिन पहले पंचायतो के क्लस्टर बनाकर लिए जा रहे हैं। मिले आवेदनों की मौके पर समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि एक माह के भीतर खाद्य विभाग सुनिश्चित करे कि उनके राशन कार्ड संबधी सभी आवेदनों का निराकरण कर लिया जाए। पेंशन प्रकरण मामले में कलेक्टर ने कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि नगरी क्षेत्र के ऐसे पात्र लोगों को एक माह में अभियान चलाकर पेंशन स्वीकृत करना सुनिश्चित किया जाए।
कलेक्टर ने जनचौपाल शिविर में उपस्थित घठुला क्लस्टर के सरपंचों से भी चर्चा कर उनके क्षेत्र की मांग और समस्याओं की जानकारी ली। इसमें कोविड टीकाकरण, स्वास्थ्य, विद्युत, पेयजल, शिक्षा, आंगनबाड़ी, पेंशन, मनरेगा इत्यादि योजनाओं की जानकारी शामिल है। आज के घठुला शिविर में जिन पंचायतों के क्लस्टर से आवेदन लिए गए, उनमें बिरनासिल्ली, बोरई, फरसगांव, घठुला, लखनपुरी, लटियारा, गिधावा, लिखमा, पोड़ागांव, रतावा, पाईकभाठा, मैनपुर, घुटकेल, पांवद्वार सम्मिलित है। इस मौके पर मंच से जिला पंचायत सदस्य श्री मनोज साक्षी ने जनचौपाल शिविर को कलेक्टर श्री मौर्य के नेतृत्व में अच्छी पहल माना, क्योंकि इससे ग्रामीणों को अपनी मांग, समस्या रखने का एक और मंच मिला है। जनपद उपाध्यक्ष हुमित लिम्जा ने सभी ग्रामीणों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने प्रेरित किया, क्योंकि प्रशासन उनके द्वार तक पहुंच रहा है। जनपद सदस्य उमेश देव, श्रीमती कविता पवार ने भी मंच से ग्रामीणों को संबोधित किया। इस मौके पर सरपंच घठुला राजू सोम ने शिविर में उपस्थित सबका आभार प्रकट किया। इस अवसर पर मंच में जनपद सदस्य श्रीमती राजिम साहू, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।