दीपक साहू @ कुरुद। पूरे नगर को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य नगर पंचायत प्रशासन का होता है जिसमें नगर को स्वच्छ एवं साफ सुथरा रखने का कार्य भी इस स्थानीय संस्था को प्राप्त है पर कुरूद नगर में साफ सफाई पर कोई ध्यान वर्तमान परिषद और नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नहीं दिया जा रहा है।
जिसके चलते महापुरुषों के मूर्ति लगे चौकों पर गंदगी का आलम स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। साफ सफाई का जिम्मा लिए बैठी नगर पालिका महापुरुषों का अपमान कर रही है। नगर पालिका परिसर से कुछ ही दूरी पर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक में आस पास के कचरे को डाल डंपिंग बना रखा है। जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
बता दे की नगर पालिका द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं कि नगर में बेहतर साफ सफाई की जा रही है। पालिका के यह दावे कागजों के साथ-साथ पोस्टरों तक सिमट कर रह गए हैं। इन दावों की पोल और हकीकत तो उस समय खुलकर सामने आ रही है जब नगर पालिका से थाना मार्ग दीनदयाल उपाध्याय चौक में गंदगी अपना घर बना रही है। यहां अहम बात यह है कि गंदगी के साथ-साथ महापुरुष दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का भी अपमान हो रहा है।
दुकानों से निकलने वाले कचरे संक्रामक रोगों का जन्मदाता भी बन सकता है। सबसे बड़ी बात है कि नगर पंचायत अध्यक्ष, सीएमओ अधिकारी का कार्यालय इस पार्क के ठीक कुछ ही दूरी में स्थित है। इसके अलावा के समीप पुलिस थाना भी स्थित है, लेकिन नगर प्रशासन के अधिकारियों का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं।
ज्ञात हो कि नगर के विभिन्न चौक चौराहों को महापुरुषों के नाम पर बनाकर महापुरुषों की प्रतिमा लगाई गई है जिस का रखरखाव और साफ-सफाई की व्यवस्था करने का कार्य नगर पंचायत का है पर देखने में आया है कि दीनदयाल उपाध्याय चौक में भारी गंदगी का आलम है इसे साफ कर स्वच्छ बनाने का कार्य नगर पंचायत को किया जाना चाहिए पर यह कार्य ना के बराबर हो रहा है।
इस संबंध में चर्चा करते हुए पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रविकांत चंद्राकर तथा नगर पंचायत में विधायक प्रतिनिधि कृष्णकांत साहू ने बताया कि नगर पंचायत प्रशासन एवं परिषद द्वारा नगर को स्वच्छ रखने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है जिसके चलते नगर में लगातार गंदगी बढ़ रही है जिसे रोका जाना चाहिए पर महापुरुषों का अपमान होना चिंताजनक विषय है अगर वर्तमान परिषद अपने मातहत कर्मचारियों के माध्यम से नगर को स्वच्छ नहीं रख सकती तो उन्हें नगरीय सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। वही इस मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष तपन चंद्राकर ने कहा कि वहा की सफाई रोज होती है कुछ कारण रहा होगा तभी नही हो पाया।