भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को मिलेगी प्रतिवर्ष, प्रति परिवार 6 हजार रुपये: पहली बार किसी सरकार ने ली सुध- नीलम चंद्राकर
कुरूद। भूमिहीन खेतीहर मजदूरों को राज्य सरकार के द्वारा 6 हजार रूपए प्रति वर्ष प्रति परिवार देने की योजना की जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीलम चन्द्राकर ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में यह घोषणा कर दर्शा दिया कि उन्हें सभी वर्ग के लोगो का ख्याल है। पहली बार कोई सीएम भूमिहीन खेतीहर मजदूरों की सुध ले रहा है, यह योजना मजदूरों के लिए वरदान साबित होगी, इसका लाभ प्रदेश के 10 से 15 लाख भूमिहीन खेतीहर मजदूरों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पहले ही किसानों को उपज का वाजिब दाम और कर्ज माफ कर सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश में खुशहाली लाने क्रन्तिकारी निर्णय लिया था, अब भूमिहीन खेतीहर मजदूरों को नगद राशि देकर उनकी बेहतरी के लिए एक ठोस कदम उठाया है। सीएम के द्वारा विधानसभा में की गई घोषणा के अनुसार इस योजना में उन परिवारों को शामिल किया जाएगा जिनके पास खेती की भूमि नही है मगर किसी न किसी प्रकार से कृषि कार्यो से जुड़े है। यह देश की पहली योजना है जिसके लिए राज्य सरकार ने 200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। किसानों के हित मे अनेक निर्णय लेने के बाद अब कृषि से जुड़े मजदूरों के लिए योजना बनाकर श्री बघेल ने दर्शा दिया कि कृषि क्षेत्र की खुशहाली उनकी पहली प्राथमिकता है, प्रदेश में 15 सालों तक किसानों का खूब शोषण हुआ है।
पिछली सरकार ने क्षेत्र की जनता और किसानों के साथ जो अन्याय किया वह आज भी लोगो को याद है। ऐसे लोगो के बहकावे में अब जनता नही आने वाली है, किसान व मजदूर हितैषी भूपेश सरकार के साथ अब कुरूद क्षेत्र और पूरे प्रदेश की जनता है। किसानों-मजदूरों के नाम पर सिर्फ राजनीति करने वाले लोगो को अब केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि ऐसी ही योजना भूमिहीन खेतिहर मजदूरों के लिए बनाए, अन्यथा किसानों का हमदर्द होने का झूठा दिखावा बन्द करना चाहिए।