महाशिवरात्रि 2025: रायपुर में सवा लाख महादेव का रुद्राभिषेक, घर पर जानें शिव पूजा की विधि

महाशिवरात्रि का पर्व हर वर्ष श्रद्धा और भक्ति से मनाया जाता है। इस वर्ष महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जा रही है, जब भगवान शिव की पूजा और रुद्राभिषेक से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन विशेष रूप से रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से अपार फल की प्राप्ति होती है।
घर पर कैसे करें भगवान शिव की पूजा
यदि आप बड़े आयोजन में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, तो घर पर भी सरल विधि से भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं। इसके लिए पं. चन्द्रभूषण शुक्ला की सलाह के अनुसार, सबसे पहले एक पाटे पर गौरी, गणेश, कलश, नवग्रह और शिवलिंग स्थापित करें। फिर दीपक जलाकर गंगाजल से स्वयं को शुद्ध करें और संकल्प लें।
भगवान शिव को जल, दूध, दही, घी, शहद और पंचामृत से स्नान कराएं। इसके बाद मौली धागा, जनेऊ और वस्त्र अर्पित करें। चंदन, गुलाल, पुष्प, बेलपत्र, भांग और धतूरा चढ़ाएं। अंत में धूप, दीप और कपूर जलाकर आरती करें और भगवान से क्षमा प्रार्थना करें। इस विधि से की गई पूजा से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का अनुभव होता है।
महाशिवरात्रि व्रत के नियम और भोजन
महाशिवरात्रि का व्रत रखते समय विशेष आहार की आवश्यकता होती है। पं. शुक्ला के अनुसार, इस दिन फल, मठरी, दूध, सिंगाड़े का आटा और साबूदाना जैसे हल्के और सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए। साथ ही, इस दिन मांसाहारी भोजन, शराब और तंबाकू से दूर रहना चाहिए। जो भक्त व्रत रखते हैं, वे 27 फरवरी को सुबह 8:23 बजे के बाद पारण करेंगे।
रायपुर के शिव मंदिरों में विशेष आयोजन
महाशिवरात्रि के अवसर पर रायपुर के प्रमुख शिव मंदिरों में विशेष पूजा और सजावट की जा रही है। महादेवघाट स्थित हटकेश्वर मंदिर, मठपारा स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर, बूठेश्वर मंदिर और नवागांव के प्राचीन शिव मंदिरों में भक्तों की बड़ी संख्या पहुंचती है। यहां शिवलिंग पर जलाभिषेक और पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिरों को दीपों और फूलों से सजाया गया है, जो माहौल को और भी दिव्य बना देता है।
सवा लाख महादेव का रुद्राभिषेक: विशेष आयोजन
इस महाशिवरात्रि पर रायपुर के लाभांडी स्थित श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में सवा लाख महादेव का रुद्राभिषेक किया जाएगा। यह भव्य आयोजन 26 फरवरी को शाम 7 बजे से शुरू होगा, जिसमें मंदिर के पुजारी राहुल महाराज और पं. रुपेश महाराज रुद्राभिषेक का अनुष्ठान संपन्न कराएंगे। यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय अवसर है, जहां वे एक साथ लाखों महादेव का रुद्राभिषेक देख सकते हैं और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
महाशिवरात्रि के इस पर्व पर विशेष पूजा, व्रत और रुद्राभिषेक के माध्यम से भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना भक्तों के लिए अत्यधिक फलदायी होता है।
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