महिलाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर 2.88 करोड़ की ठगी
महिलाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर पहले उनके खाते खुलवाए गए फिर उसमें लाखों का ट्रांजेक्शन किया गया। सैकड़ों महिलाओं से इसी पैटर्न पर 2.88 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर ली गई। पिछले महीने ही कई वार्डों की महिलाओं ने इसी ठगी की शिकायत करते हुए पुरानी बस्ती थाने का घेराव किया था।
शिकायत के बाद पुलिस ने इसकी जांच की तो मामला सही पाया। इसके बाद नारी शक्ति संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शोभा ठाकुर के खिलाफ चार सौ बीसी का मामला दर्ज कर लिया गया है। उनके बाकी साथियों की भी जांच और तलाश की जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि गरीब महिलाओं के खातों में लाखों रुपए किसने डाले और किसने निकाले।
बीएसयूपी कॉलोनी भाठागांव में रहने वाली कोमल सेंद्रे की शिकायत पर यह एफआईआर की गई है। उन्होंने बताया कि जनवरी 2024 में शोभा ठाकुर नाम की महिला उनकी कॉलोनी में आई। उसने बताया कि वो नारी शक्ति संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष है। वो कॉलोनी की सभी महिलाओं को घर बैठे सिलाई, आचार, पैकिंग के साथ ही कई काम सिखाएगी। ट्रेनिंग के बाद सभी को रोजगार भी दिया जाएगा। इसके लिए उसने महिलाओं से फॉर्म भरवाए। पंजीयन शुल्क के नाम पर पहले 50 से 100 रुपए लिए।
बाद में सिम कार्ड के नाम पर 250-250 रुपए और ले लिए। इसके बाद सभी महिलाओं के कर्नाटका बैंक लालपुर में खाते भी खुलवाए। लेकिन पासबुक, एटीएम और सिम कार्ड खुद अपने पास रख लिया। उनके साथ ही कॉलोनी की अन्य महिलाएं पूर्णिमा मांझी, नीरा बाई कुंबजे, प्रीतम ध्रुव, पुष्पा बाई साहू, लीला बघेल, दामनी वर्मा, प्रीति निर्मलकर, बीना निषाद, ललिता निर्मलकर, रजुला बाघ, चंद्रिका चंद्राकर, नंदनी देवांगन, रितू सेंद्रे, रेशमा सोनी, गिरिजा निर्मलकर, योगिता सेंद्रे से भी इसी तरह का फर्जीवाड़ा किया गया।
कई महीने तक कुछ नहीं होने पर सभी महिलाएं उनके भाठागांव वाले दफ्तर में पहुंचे। सभी ने अपनी पासबुक, एटीएम और सिम कार्ड की मांग की तो वो टालमटोल करने लगी। इसके बाद महिलाएं 7 अगस्त को कर्नाटका बैंक गई तो पता चला कि उनके खातों से लाखों रुपए का लेन-देन किया गया है। नंदिनी देवांगन के खाते में 77.25 लाख, कोमल सेंद्रे के खाते में 59.90 लाख, दामिनी वर्मा के खाते से 2.41 करोड़, रितू सेंद्रे 49.74 लाख, रेशमा सोनी के खाते से 35.74 लाख, योगिता सेंद्रे के खाते से 9.99 लाख समेत अधिकतर महिलाओं के खातों में लाखों का ट्रांजेक्शन किया गया।