
रायपुर। Chhattisgarh Legislative Assembly 2025: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान वैटलैंड सर्वे को लेकर बड़ा सवाल उठाया गया। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने आज सदन में वन मंत्री केदार कश्यप से कुछ अहम सवाल पूछे, जिनसे मंत्री उलझते हुए नजर आए। चंद्राकर ने सवाल किया कि जब बजट ही नहीं था तो उस समय वैटलैंड सर्वे कैसे कराया गया?
मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि प्रदेश में एक जुलाई 2020 को वैटलैंड प्राधिकरण का गठन किया गया था। इसके बाद राज्य में वैटलैंड से जुड़े सर्वे और संरक्षण कार्य शुरू किए गए। लेकिन चंद्राकर ने इस पर आपत्ति जताते हुए पूछा कि जिस साल यह सर्वे हुआ, उस साल इसके लिए कोई बजट नहीं था, तो यह काम किस आधार पर किया गया? इस पर वन मंत्री ने जवाब दिया कि यह काम विभागीय बजट से किया गया।
चंद्राकर ने मंत्री से और भी कई सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि छत्तीसगढ़ में कितने स्थलों और कितनी एकड़ भूमि को छत्तीसगढ़ वैटलैंड प्राधिकरण के अंतर्गत शामिल किया गया है? इसके संरक्षण और संवर्धन के लिए शासन के दिशा-निर्देश क्या हैं? साथ ही उन्होंने यह भी जानना चाहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक इस प्राधिकरण के लिए कितना बजट प्रावधान किया गया और कितना केंद्रीय अनुदान प्राप्त हुआ है।
चंद्राकर ने यह भी पूछा कि प्राप्त राशि का उपयोग किन स्थलों के लिए किया गया, और किन कार्यों में व्यय की गई राशि का विवरण क्या है? इसके अलावा उन्होंने यह भी पूछा कि यह कार्य किस एजेंसी द्वारा किया गया और उसकी संस्थागत जानकारी सहित पूरा विवरण दिया जाए।
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