मुख्यमंत्री ने पर्वतारोही निशा यादव को किलिमंजारो फतह पर दी बधाई, कहा- संकल्प, संघर्ष और सफलता की प्रतीक बनी छत्तीसगढ़ की बेटी

रायपुर, 10 फरवरी 2025। छत्तीसगढ़ की पर्वतारोही बेटी निशा यादव ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी किलिमंजारो (5895 मीटर) पर तिरंगा फहराकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस शानदार सफलता पर निशा यादव को बधाई दी और उन्हें छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि निशा का यह अद्वितीय सफर संकल्प, संघर्ष और आत्मविश्वास की मिसाल है।
निशा यादव की सफलता का राज: संकल्प और समर्पण
मुख्यमंत्री ने निशा यादव की सफलता को प्रदेश के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “निशा ने यह साबित कर दिया कि जब मन में संकल्प और समर्पण हो, तो कोई भी शिखर असंभव नहीं होता।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ के युवाओं को यह संदेश देती है कि मेहनत और सही मार्गदर्शन से हर सपना पूरा किया जा सकता है।
कुछ महीने पहले, मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में निशा से मुलाकात की थी और उसके संकल्प को देखते हुए उसे 3.45 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की थी, ताकि वह अपने लक्ष्य को पूरा कर सके। अब जब निशा ने किलिमंजारो की चोटी पर तिरंगा लहराया है, तो यह सिद्ध हो गया है कि सही दिशा और मार्गदर्शन से कोई भी असंभव काम संभव हो सकता है।
निशा का संघर्ष: एक ऑटो चालक की बेटी ने दिखाया साहस
निशा यादव का सफर आसान नहीं था। बिलासपुर जिले के एक ऑटो चालक की बेटी होने के बावजूद, उसने पर्वतारोहण में अपनी पहचान बनाई और कई कठिनाइयों के बावजूद अपने सपने को साकार करने का साहस दिखाया। सीमित संसाधनों के बावजूद, निशा ने कभी अपने हौसले को कमजोर नहीं होने दिया और अब पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है।
छत्तीसगढ़ सरकार का सहयोग: बेटियों को मिलेगा हरसंभव समर्थन
मुख्यमंत्री ने कहा कि निशा की सफलता छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार खेल और साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, और प्रदेश की बेटियों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें। निशा यादव की उपलब्धि यह दर्शाती है कि अगर जज़्बा और समर्पण हो, तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।