मुकेश चंद्राकर हत्याकांड: मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद से गिरफ्तार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
रायपुर. Mukesh Chandrakar murder case: बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में पुलिस ने फरार चल रहे मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने सुरेश को बीजापुर लाने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, सुरेश की पत्नी को भी कांकेर जिले से गिरफ्तार किया गया है।
तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार
मुकेश चंद्राकर की हत्या में शामिल तीन अन्य आरोपी रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं और उन्हें जेल भेजा गया है। घटना के बाद से सुरेश चंद्राकर फरार था, जिसे अब पुलिस ने पकड़ लिया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोली हत्या की क्रूरता
Mukesh Chandrakar postmortem Report: मुकेश चंद्राकर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर 15 चोटों के निशान, लीवर के चार टुकड़े, टूटी हुई गर्दन और फटा हुआ हृदय पाया गया। इस रिपोर्ट ने हत्या की नृशंसता को उजागर कर दिया।
अवैध कब्जों पर प्रशासन की कार्रवाई
सुरेश चंद्राकर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसके कई बैंक खातों को सीज कर दिया है। इसके अलावा, प्रशासन ने सुरेश द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए कंस्ट्रक्शन और डंपिंग यार्ड को जेसीबी से हटवा दिया है।
पत्रकार की हत्या का पूरा मामला
पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने घटिया सड़क निर्माण और 120 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया था। इसी वजह से ठेकेदार सुरेश चंद्राकर और उसके परिवार के लोग उनसे नाराज थे। एक जनवरी की रात को रितेश चंद्राकर, जो सुरेश का भाई है, मुकेश को बहाने से बीजापुर के चट्टानपारा स्थित सुरेश के बाड़े में ले गया।
वहां रितेश ने मुकेश से काम में बाधा डालने की बात कही। इस दौरान महेंद्र रामटेके भी मौजूद था। बहस के बीच रितेश और महेंद्र ने मिलकर लोहे की रॉड से मुकेश पर हमला कर दिया। सिर, छाती, पेट और पीठ पर लगातार वार करने के बाद उनकी हत्या कर दी गई। शव को छिपाने के लिए सेप्टिक टैंक में डालकर स्लैब से ढक दिया गया।
रितेश ने दिल्ली और सुरेश ने हैदराबाद में ली थी शरण
हत्या के बाद रितेश ने मुकेश की हत्या की बात बताते हुए अपनी कार रायपुर एयरपोर्ट के पास खड़ी कर दी और दिल्ली भाग गया। वहीं, सुरेश अपनी कार लेकर हैदराबाद पहुंचा। पुलिस ने रितेश को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। अब सुरेश को हैदराबाद से पकड़ा गया है।
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प्रशासन ने अवैध निर्माण पर चलाया बुलडोजर
सुरेश चंद्राकर के गंगालूर रोड पर पांच एकड़ जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है। वन विभाग की टीम ने भी सुरेश द्वारा वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण को खाली करवाने की कार्रवाई शुरू की है।
एसआईटी कर रही है मामले की जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने 11 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया है। एसआईटी ने सुरेश चंद्राकर की डिजिटल ट्रांजेक्शन गतिविधियों पर भी नजर रखी हुई है।
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