
रायपुर। Nikay Chunav Voting Results : छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे तेजी से सामने आ रहे हैं। हर जिले में खासा मुकाबला देखने को मिला, और कई स्थानों पर चुनावी हलचल तेज हो गई। बीजापुर और खरसिया नगर पालिका में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की, जबकि सूरजपुर में कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया। वहीं, सिमगा में निर्दलीय उम्मीदवार हरदीप सिंह भाटिया ने सभी को चौंकाते हुए जीत हासिल की।
बीजापुर नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की जीत
बीजापुर नगर पालिका में भाजपा ने अध्यक्ष पद पर विजय प्राप्त की। भाजपा प्रत्याशी गीता सोम पुजारी ने 1376 वोटों से जीत दर्ज की। इसके अलावा, भाजपा के कई अन्य उम्मीदवारों ने भी अपनी सीटें बरकरार रखी हैं। बीजापुर में भाजपा के चुनावी दल ने वार्ड स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन किया, जिसमें मुकेश राठी, पप्पू चौहान, विक्रम दुदी, यशोदा पैंकरा और अन्य भाजपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
बीजापुर में भाजपा के विजेता उम्मीदवार:
- वार्ड नंबर 13: मुकेश राठी
- वार्ड नंबर 09: पप्पू चौहान
- वार्ड नंबर 12: विक्रम दुदी
- वार्ड नंबर 02: यशोदा पैंकरा
- वार्ड नंबर 14: सत्यवती पुजारी
- अन्य कई वार्डों से भाजपा के उम्मीदवार विजयी रहे हैं।
सूरजपुर नगर पालिका में कांग्रेस का कब्जा
सूरजपुर नगर पालिका में कांग्रेस ने अपनी धाक जमाते हुए कुसुमलता राजवाड़े को जीत दिलाई। उन्होंने 196 वोटों से भाजपा के प्रत्याशी को हराया। यह कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण जीत मानी जा रही है, खासकर तब जब विपक्षी दल भाजपा ने पूरे जोर-शोर से चुनावी मैदान में उतरने का प्रयास किया था।
सिमगा में निर्दलीय उम्मीदवार की धमाकेदार जीत
सिमगा नगर पालिका में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच संघर्ष के बावजूद निर्दलीय प्रत्याशी हरदीप सिंह भाटिया ने बाजी मारी। उनकी जीत ने यह साबित कर दिया कि स्थानीय स्तर पर निर्दलीय उम्मीदवारों का भी बड़ा प्रभाव होता है।
खरसिया में भाजपा की विजय
खरसिया नगर पालिका में भी भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जहां भाजपा ने अपनी जड़ें और भी मजबूत कीं। चुनावी मैदान में भाजपा ने अपनी स्थिति को बनाए रखते हुए चुनावी जीत की ओर बढ़ती नजर आई।
नगरीय निकाय चुनाव के अन्य परिणाम
इस बार के नगरीय निकाय चुनावों में कुल 49 नगर पालिका परिषदों में अध्यक्ष और पार्षदों का निर्वाचन हुआ। जिनमें बीजापुर, किरंदुल, बड़ी-बचेली, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोण्डागांव, कांकेर, नारायणपुर, कवर्धा, पंडरिया, कुम्हारी, अमलेश्वर, और कई अन्य प्रमुख नगर पालिकाएं शामिल हैं। इन चुनावों में विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।
नगरीय निकाय चुनाव का व्यापक असर
कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव ने प्रदेश के कई हिस्सों में अपनी छाप छोड़ी। भाजपा और कांग्रेस के बीच बराबरी का मुकाबला जारी है, और इस बार के परिणाम से यह स्पष्ट होता है कि हर स्थान पर राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी है। इन नतीजों से राज्य की राजनीति में नई दिशा की उम्मीद जताई जा रही है।
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