छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में AI की एंट्री: अब जर्जर सड़कों की पहचान करेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, CM विष्णुदेव साय का बड़ा एक्शन…

AI in Chhattisgarh:छत्तीसगढ़ में अब सड़कों की हालत देखने के लिए इंसानी आंखें नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की निगाहें लगाई जाएंगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोक निर्माण विभाग (PWD) की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को नसीहत दी है कि सड़क, पुल-पुलिया और भवनों का काम तेजी से, समय पर और अच्छी क्वालिटी के साथ पूरा हो।

“काम में लाओ रफ्तार और टेक्नोलॉजी”: CM साय की दो टूक

महानदी भवन में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में सड़कों की हालत सुधारने के लिए नई तकनीकों और एआई का इस्तेमाल जरूरी है। उन्होंने कहा कि जर्जर सड़कों की त्वरित पहचान और मरम्मत के लिए सिस्टम तैयार किया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। इसके अलावा उन्होंने खस्ताहाल पुलों और भवनों के मेंटेनेंस के लिए भी मजबूत प्रोटोकॉल बनाने के निर्देश दिए।

एक्सप्रेसवे, रिंग रोड और बायपास को मिलेगा बूस्ट

CM साय ने बायपास और रिंग रोड को एक्सप्रेसवे की तर्ज पर विकसित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इन सड़कों पर पर्याप्त संख्या में ओवरब्रिज और अंडरब्रिज होने चाहिए ताकि ट्रैफिक स्मूद और सुरक्षित हो। रायपुर से विशाखापत्तनम को जोड़ने वाली भारतमाला परियोजना पर भी बात हुई, जिसमें उन्होंने रायपुर-जगदलपुर हाईवे को कनेक्टिंग रोड्स के जरिए जोड़ने के निर्देश दिए।

30 हजार करोड़ का रोडमैप, हर प्रोजेक्ट को मिलेगा सीनियर अफसर

मुख्यमंत्री ने बताया कि अगले तीन सालों में राज्य में करीब 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण कार्य पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर बड़ी परियोजना के लिए एक-एक सीनियर अफसर को डेडिकेट किया जाए, ताकि काम में कोई ढिलाई न रहे। साथ ही एनएचएआई के साथ बेहतर तालमेल बैठाने की बात भी बैठक में सामने आई।खनन क्षेत्रों और बस्तर में फोकसCM साय ने खदान क्षेत्रों में मजबूत सड़कों के निर्माण पर जोर दिया, ताकि भारी वाहनों की आवाजाही से सड़कों को नुकसान न पहुंचे। वहीं बस्तर जैसे पिछड़े इलाकों में सड़कों और पुलों का नेटवर्क तेज़ी से मजबूत करने को कहा गया, जिससे वनांचल के लोग भी मुख्यधारा से जुड़ सकें।

नई विधानसभा और राजभवन का काम भी फुल स्पीड में

लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नया रायपुर स्थित नई विधानसभा भवन का 95% काम और नए राजभवन का 60% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। चालू वित्तीय वर्ष में सड़क सुरक्षा के लिए 106 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और ब्लैक स्पॉट्स को सुधारने का काम प्राथमिकता पर रहेगा।

CM ने सख्ती से कहा – “साफ-सफाई में कोई समझौता नहीं”

समीक्षा बैठक में CM साय ने सर्किट हाउस और विश्रामगृहों को अपग्रेड करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वहां की साफ-सफाई और बाकी व्यवस्थाएं आधुनिक हों, ताकि वहां आने-जाने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो।

किन-किन योजनाओं की हुई समीक्षा?

बैठक में CM ने प्रगतिरत राष्ट्रीय राजमार्ग, एनएचएआई की परियोजनाएं, निर्माणाधीन सड़कें, पुल-पुलिया, भवन निर्माण, खेल विभाग की अधोसंरचना, CRIF, RRP (LWE) और RCPLWEA जैसी योजनाओं की भी समीक्षा की और हर स्तर पर काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।

छत्तीसगढ़ अब AI के सहारे अपनी सड़कों को स्मार्ट बनाने की राह पर है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्पष्ट कर दिया है कि अब काम में लापरवाही या देरी नहीं चलेगी। टेक्नोलॉजी के साथ क्वालिटी और स्पीड – यही नया फॉर्मूला है।

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