छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा की निशुल्क कोचिंग दे रहे पटवारी
कुरूद| नगर के अटल बिहारी स्टेडियम के एक कक्ष में निशुल्क कोचिंग सेंटर संचालित है। प्रशिक्षक डोमन प्रकाश बंजारे, धनंजय सिंह, टिकेंद्र चन्द्राकर, प्रदीप कुंजाम हैं, जो पेशे से पटवारी हैं। निशुल्क कोचिंग देकर युवाओं के सपनों को साकार करने में जुटे हैं। रोजाना शाम को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को विषय की बारीकियों को समझा रहे हैं।
वर्तमान समय में कई युवा यूपीएससी, पीएसी, रेलवे की तैयारी कर आईएएस व अधिकारी बनने का सपना देखते हैं। इनमें से कई युवा ऐसे होते हैं, जो कोचिंग की महंगी फीस और बाहर रहने के खर्च के चलते तैयारी नहीं कर पाते हैं। ऐसे युवाओं को ड्रीम क्लासेस निशुल्क कोचिंग कर उनके सपनों को पंख दे रहे हैं। ड्रीम क्लासेस का एक साल पूरा हो गया। इस मौके पर नगर पंचायत के सभापति व पार्षद मनीष साहू, पूर्व जीवनदीप समिति सदस्य संतोष प्रजापति ने श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
ड्रीम क्लासेस के शिक्षक डोमन प्रकाश बंजारे ने बताया कि आर्थिक अभाव के कारण कोचिंग लेने से वंचित रह गए। साथ ही सही समय में मार्गदर्शन नहीं मिला, जिस कारण अधिकारी बनने का सपना अधूरा रह गया। इस अभाव में आज की युवा पीढ़ी पीछेन रहे, इस उद्देश्य से निशुल्क कोचिंग की शुरुआत की है। इस मुहिम में कुछ और साथी जुड़ गए, जिससे काफी मदद मिलीं। पीएससी मेंस के परीक्षा दे चुके प्रशिक्षक धनंजय सिंह ने बताया कि एक लक्ष्य निर्धारित कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की जाएं, तो मंजिल प्राप्त की जा सकती हैं। इसके लिए प्लानिंग और समय महत्वपूर्ण है।
ड्रीम क्लासेस कुरूद की शुरुआत 12 जुलाई 2023 से हुई। अब तक करीब 90 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया है। विद्यार्थी छत्रपाल साहू, देवराज वर्मा, वीरेंद्र साहू, ज्योति साहू, रेणुका ध्रुव, चित्रा दीवान, टिकेश्वरी, त्रिलोक साहू, घनश्याम साहू ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विषय की बारीकियों को समझने का मौका मिल रहा है।
हमारे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है। इस कोचिंग सेंटर की साफ-सफाई खुद ही करते हैं। अभी तक 90 युवाओं ने कोचिंग की हैं, जिनमें से कुछ ऐसे प्रतिभागी रहे, जिन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर मुकाम हासिल कर लिया है। जिनमें एकलव्य आवासीय विद्यालय में खुशबू साहू व शिक्षक भर्ती परीक्षा में रेणु दीवान ने कामयाबी हासिल की है। समय-समय पर अधिकारियों, कॉलेज के प्रोफेसर व मोटिवेशनल स्पीकर द्वारा मार्गदर्शन विद्यार्थियों को दिया जाता है।