पुलिस ने 346 किलो गांजा नष्ट किया, जीपीएम एसपी की मौजूदगी में हुआ विधिवत नष्टिकरण
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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में आज जिला स्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमिटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 346 किलो गांजा नष्ट किया। यह गांजा विभिन्न थानों में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज आठ मामलों में जब्त किया गया था। गांजे का नष्टिकरण गौरेला स्थित यश मॉडर्न अंजनि प्लांट के फर्नेस में किया गया, जहां उसे जलाकर पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
जिला स्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमिटी की अध्यक्षता में नष्टिकरण प्रक्रिया
इस नष्टिकरण कार्य में जिला पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता ने खुद हिस्सा लिया। उन्होंने फर्नेस भट्ठी में गांजा डालकर नष्टिकरण प्रक्रिया की शुरुआत की। साथ ही, इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स), जिला आबकारी अधिकारी पलक नंद और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
यह नष्टिकरण कार्य 30 दिसंबर 2024 को हुए एक और बड़े ड्रग डिस्पोजल के बाद हुआ है, जिसमें पहले मुख्यालय स्तर पर उच्च स्तरीय कमिटी द्वारा मादक पदार्थों का नष्टिकरण किया जाता था। अब जिला स्तर पर भी यह कार्रवाई शुरू की गई है, जो शासन के निर्देशों के तहत की जा रही है।
सभी मानकों के तहत हुआ नष्टिकरण
नष्टिकरण से पहले गांजे का तौल किया गया और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई। नष्टिकरण कार्य में पर्यावरण विभाग से अनुमोदन लिया गया था। इसके बाद थाना पेंड्रा के छह और थाना गौरेला के दो मामलों में जब्त 346 किलो गांजा को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। इस नष्टिकरण की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को भी दी गई।
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ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी
नष्टिकरण प्रक्रिया में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के डीएसपी दीपक मिश्रा, एसआई सुरेश ध्रुव, सहायक उप निरीक्षक अंजोर सिंह श्रोते, प्रधान आरक्षक सुखसागर खूंटे और थाना प्रभारी गौरेला नवीन बोरकर, थाना प्रभारी पेंड्रा उप निरीक्षक गंगा प्रसाद बंजारे के अलावा अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे। जिले में ड्रग्स के खिलाफ यह लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं ताकि मादक पदार्थों की तस्करी और उनके दुरुपयोग पर काबू पाया जा सके।