छत्तीसगढ़

CG Teacher Yuktiyuktakaran: छत्तीसगढ़ में 16 हजार शिक्षक हो जाएं सावधान! नए मंत्री के साथ ही शुरू होगा तबादलों का तांडव, नए शिक्षा मंत्री के आते ही युक्तियुक्तकरण पर एक्शन

रायपुर: CG Teacher Yuktiyuktakaran 2025: छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के बड़े पैमाने पर ट्रांसफर की तैयारी ज़ोरों पर है। जैसे ही नए छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा मंत्री पदभार संभालेंगे, स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आंकड़ों की मानें तो लगभग 16,000 शिक्षक ट्रांसफर की रडार पर हैं। इसमें 13 हजार शिक्षक अतिशेष (surplus) की कैटेगरी में आ रहे हैं, और बाकी 2934 प्राचार्य पदोन्नति के बाद नई जगहों पर पोस्ट किए जाएंगे।

क्या है युक्तियुक्तकरण?

cg school yuktiyukt karan rule 2025: शब्द थोड़ा भारी है, लेकिन सीधा मतलब है—शिक्षकों की पोस्टिंग को तर्कसंगत बनाना। यानी जहां ज़रूरत है वहां भेजना और जहां फालतू भीड़ है वहां से हटाना। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस काम का होमवर्क पहले ही कर लिया है। विभाग ने चुपचाप, बिना किसी हंगामे के दो-तीन महीने तक युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पर काम किया है।

मुख्यमंत्री पहले ही दे चुके हैं सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद विधानसभा और विभागीय बैठकों में इस मुद्दे को उठा चुके हैं। उन्होंने कई बार कहा कि शिक्षकों की कमी को दूर करना प्राथमिकता है। उन्होंने विभागीय अफसरों को साफ निर्देश दिए हैं कि जहां-जहां शिक्षक नहीं हैं, वहां युक्तियुक्तकरण के ज़रिए तैनाती की जाए।

शिक्षक संगठन पहले कर चुके हैं विरोध

जब पहले युक्तियुक्तकरण लागू करने की बात हुई थी, तब शिक्षक संगठनों ने जमकर विरोध किया था। उस वक्त नगरीय और पंचायत चुनावों को देखते हुए सरकार ने इसे टाल दिया था, लेकिन रद्द नहीं किया था। अब जबकि चुनाव निकल चुके हैं और नई सरकार सक्रिय है, विभाग अपनी तैयारी के साथ तैयार बैठा है।

13 हजार शिक्षक एक्स्ट्रा, फिर भी 300 स्कूल खाली

Chhattisgarh Teacher Transfer: स्थिति थोड़ी अजीब है। प्रदेश में करीब 13 हजार शिक्षक ऐसे हैं जो या तो बिना काम के हैं या जिनकी ज़रूरत नहीं है। वहीं दूसरी तरफ 300 से ज़्यादा स्कूल ऐसे हैं जहां एक भी शिक्षक नहीं है। इसके अलावा 5500 स्कूल ऐसे हैं जो सिर्फ एक-एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं।

उदाहरण के लिए, दुर्ग जिले के एक मिडिल स्कूल में 90 बच्चों के लिए 11 शिक्षक तैनात हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सैकड़ों स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षक के नाम पर खाली कुर्सी है।

स्कूलों को किया जाएगा मर्ज

Chhattisgarh Teacher Transfer: प्रदेश में लगभग 4 हजार स्कूल ऐसे हैं जो किसी अन्य स्कूल के साथ एक ही कैंपस में चल रहे हैं। साथ ही, 1500 के करीब ऐसे स्कूल हैं जहां बच्चों की संख्या सिर्फ 10 से 20 के बीच है। 100 से ज़्यादा स्कूलों में तो 10 से भी कम बच्चे हैं, लेकिन टीचर्स की फौज तैनात है।

राष्ट्रीय मानक के मुताबिक, एक स्कूल खोलने के लिए कम से कम 20 बच्चे जरूरी हैं। मगर छत्तीसगढ़ में 2-4 बच्चों वाले स्कूल भी चल रहे हैं, जहां करोड़ों रुपये वेतन पर खर्च हो रहे हैं। विभाग का कहना है कि ज़्यादातर ऐसे स्कूल एक ही परिसर में हैं, इसलिए इन्हें मर्ज किया जाएगा और बच्चों को पास के स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा।

5 हजार शिक्षक होंगे ‘फ्री’

युक्तियुक्तकरण से करीब 5000 शिक्षक ‘फ्री’ हो जाएंगे, जिन्हें जरूरत के मुताबिक दूसरी जगह भेजा जाएगा। इससे 7300 पहले से अतिशेष शिक्षकों के साथ मिलकर कुल संख्या 13 हजार पहुंच जाएगी। इससे खाली पड़े या सिंगल-टीचर स्कूलों की बड़ी दिक्कत दूर हो सकती है।

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