छत्तीसगढ़ के जेलों में अब पवित्र स्नान, कैदियों के धुलेंगे ‘पाप’

छत्तीसगढ़ में एक दिलचस्प और ऐतिहासिक घटना होने जा रही है। अब प्रदेश के जेलों में सजा काट रहे कैदी भी 25 फरवरी को महाकुंभ के पवित्र जल से स्नान करेंगे। यह फैसला प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने लिया है, जिन्होंने प्रयागराज महाकुंभ से पवित्र जल लाकर इसे जेलों में भेजने का काम किया है। यह अवसर बेहद खास है, क्योंकि यह मौका 144 साल बाद आया है। शर्मा ने बताया कि यह पवित्र जल ‘कैदियों के पाप धुलने’ के लिए लाया गया है, और इसके माध्यम से उन्हें एक नई शुरुआत करने का मौका मिलेगा।
जेल में पवित्र स्नान, क्या होगा कैदियों पर असर?
पवित्र जल से स्नान का मतलब सिर्फ शारीरिक शुद्धि नहीं, बल्कि मानसिक शांति और सुधार का भी संदेश है। इस कदम को लेकर जेल प्रशासन और कैदियों में उत्साह है, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि इस स्नान के बाद उनके जीवन में बदलाव आएगा। यह एक ऐसा प्रयोग है, जो जेलों में सुधार की दिशा में एक नई पहल साबित हो सकता है।