छत्तीसगढ़मनोरंजन

राजिम पुन्नी मेला 27 फरवरी से शुरू; इस वर्ष श्रद्धालुओं के लिए क्या है सुविधाएं… पढ़े

कुरुद। राजिम माघी पुन्नी मेला शनिवार से शुरु हो रहा है। इसकी तैयारी को लेकर शासन- प्रशासन  जुटे हुए है। मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए पीडब्ल्यूडी, पीएचई, फारेस्ट विभाग के अलावा पुलिस विभाग सहित लगभग सभी विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। तमाम विभागीय अधिकारी अपने कर्मचारियों को दिशा निर्देश देकर काम को शीघ्र पूरा कराने में जुटे हुए है।  
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू तैयारी की समीक्षा करने पहुंच सकते है। इसके चलते सभी विभाग तैयारी को पूरा करने में जुटे हुए हैं। लोक निर्माण विभाग की तरफ से नदी में कुलेश्वर महादेव मंदिर से मुख्य मंच तक यातायात के लिए रेत की सड़क पर फर्सी लगाकर पूरी कर ली गई है। वहीं अन्य अस्थायी रास्तों का कार्य जारी है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल व्यवस्था के लिए चारों तरफ पाइप लाइन बिछाकर नल की टोटी लगा रहे हैं। जगह-जगह अस्थायी शौचालय का निर्माण किया गया है। पुण्य स्नान के लिए स्नान कुंड का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य मंच के पास पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है, यहां मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाकर निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा पुलिस जवानों की टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी। 

नही होगा किसी प्रकार का शासकीय कार्यक्रम: राजिम  में हर साल आयोजित होने वाले माघी पुन्नी मेला इस वर्ष 27 फरवरी से 11 मार्च तक होगा। भारत सरकार के कोरोना गाइड लाइन को देखते हुए मेले में किसी प्रकार का शासकीय कार्यक्रम नहीं किया जाएगा, लेकिन पूर्व वर्षाें की तरह श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ववत की जाए। 

धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने मेला स्थल जाकर केन्द्रीय मेला समिति की बैठक में तीनों जिलों गरियाबंद, रायपुर और धमतरी के कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सहूलियत और यातायात की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए पूर्व वर्षाें की तरह सड़क, शौचालय, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सफाई आदि की व्यवस्था की जाए और कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने के लिए आग्रह किया जाए। राजिम माघी पुन्नी मेला का आयोजन 27 फरवरी से 11 मार्च तक होगा। इस दौरान 27 फरवरी, 6 मार्च और 11 मार्च को तीन स्नान पर्व होगा।

दक्षिण कोसल का Whatsapp Group ज्वाइन करे

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button