छत्तीसगढ़ में एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का रायपुर में स्वागत हुआ। इस दो दिवसीय दौरे में राज्य के हर कोने से लोगों की उम्मीदें जुड़ी रहीं। आइए जानते हैं दौरे के मुख्य अंश, स्वागत समारोह की झलकियाँ, और छत्तीसगढ़ के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश।
छत्तीसगढ़ की मिट्टी से जुड़ीं राष्ट्रपति
राष्ट्रपति का दौरा केवल एक आधिकारिक यात्रा नहीं था। इसने राज्य की जनता और सरकार के बीच संवाद की एक नई दिशा तय की। छत्तीसगढ़ की मिट्टी की खुशबू और लोगों के आत्मीय स्वागत ने राष्ट्रपति को एक खास अनुभव दिया। राष्ट्रपति ने यहां की संस्कृति और विरासत से भी जुड़ाव महसूस किया।
रायपुर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत
रायपुर एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का स्वागत रंगीन और भव्य तरीके से हुआ। राज्यपाल, मुख्यमंत्री, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान पारंपरिक नृत्य और संगीत का आयोजन भी हुआ। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पहनावे में सजे लोगों ने एक दिल छू लेने वाला स्वागत किया।
स्वागत में शामिल प्रमुख व्यक्ति
- राज्यपाल और मुख्यमंत्री
- वरिष्ठ अधिकारी और राजनेता
- छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक मंडलियाँ
राष्ट्रपति का विशेष संदेश
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने भाषण में छत्तीसगढ़ के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को साथ लेकर ही प्रगति संभव है। राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति और संसाधनों की सराहना की और विकास की योजनाओं का जिक्र किया।
प्राथमिकताएँ और योजनाएँ
दौरे में राष्ट्रपति मुर्मू ने छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कुछ खास प्राथमिकताओं पर जोर दिया:
- शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
- आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास लाना
- पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना
- महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देना
छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की ताकत इसकी संस्कृति, कला, और परंपरा है, जो राज्य को आत्मनिर्भर बनाएगी।
प्रमुख घोषणाएँ
राष्ट्रपति ने कुछ अहम घोषणाएँ कीं, जो राज्य के विकास में योगदान देंगी:
- स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योजनाएँ
- आदिवासी इलाकों में रोजगार के अवसर बढ़ाना
- कृषि में नवाचार और पर्यावरण संरक्षण