एडीआर ने देशभर के मुख्यमंत्रियों की संपत्ति का ब्यौरा जारी किया है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 931 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी महज 15 लाख रुपये की नेटवर्थ के साथ सबसे गरीब हैं.
MP के मुख्यमंत्री मोहन यादव की 42 करोड़ रु की संपत्ति
ADR रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव 42 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं, जिन पर 8 करोड़ रुपये की देनदारियां भी हैं। मोहन यादव ने सियासत में लगभग 41 साल का लंबा सफर तय किया है। बीते एक दशक में उनकी संपत्ति में लगभग 25 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय नौवें सबसे अमीर मुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को नौवें सबसे अमीर मुख्यमंत्री का स्थान प्राप्त हुआ है। सीएम विष्णुदेव साय की कुल संपत्ति 3.80 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह जानकारी सोमवार को जारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में सामने आई। रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि सीएम विष्णुदेव साय पर लगभग 65 लाख रुपये का कर्ज भी है, जो उनकी कुल संपत्ति में एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में दर्ज किया गया है।
भूपेश बघेल के पास ज्यादा संपत्ति
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संपत्ति के मामले में विष्णुदेव साय से अधिक संपन्न हैं। 2024 में राजनांदगांव सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान भूपेश बघेल ने अपना हलफनामा प्रस्तुत किया था। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल चल-अचल संपत्ति लगभग 34 करोड़ 39 लाख रुपये है। दिलचस्प बात यह है कि चल संपत्ति के मामले में भूपेश बघेल अपनी पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल से कम संपत्ति रखते हैं।
औसत संपत्ति और आमदनी का आंकलन
सभी मुख्यमंत्रियों की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपये है।
भारत की प्रति व्यक्ति आय 2023-24 में 1,85,854 रुपये है।
एक मुख्यमंत्री की औसत आय 13,64,310 रुपये है, जो भारत की प्रति व्यक्ति आय का लगभग 7.3 गुना है।
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